नई दिल्ली, । 150 से अधिक देशों के छात्र, 51 देशों के शिक्षक और 50 देशों के अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ‘परीक्षा पे चर्चा -2023’ (पीपीसी) का हिस्सा बनने के लिए अपना पंजीकरण कराया है। कुल मिलाकर लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों ने अपना पंजीकरण कराया है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा निर्धारित कविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, कार्यक्रम को वर्ष 2022 की तरह टाउनहॉल के प्रारूप में प्रस्तावित किया गया है।
परीक्षा पे चर्चा 2023′ नामक संवाद कार्यक्रम के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जनवरी को देशभर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को यह जानकारी दी है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक परीक्षा पे चर्चा 2023 के लिए, राज्य शिक्षा बोडरें, सीबीएसई, केवीएस, एनवीएस और अन्य बोडरें से बड़ी संख्या में छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वर्ष 2022 की तुलना में इस वर्ष पंजीकरण दोगुने से अधिक हो गए हैं। पीपीसी-2022 के लगभग 15.7 लाख की तुलना में लगभग 38.80 लाख प्रतिभागियों (छात्रों- 31.24 लाख, शिक्षकों- 5.60 लाख, माता-पिता- 1.95 लाख) ने पीपीसी- 2023 के लिए पंजीकरण कराया है।
प्रधानमंत्री के साथ इस महत्वपूर्ण संवाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एक ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। रचनात्मक लेखन प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुने गए लगभग 2050 प्रतिभागियों को एक विशेष ‘परीक्षा पे चर्चा’ किट दिया जाएगा। इसमें प्रधान मंत्री द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘एग्जाम वारियर’ और एक प्रमाण पत्र शामिल है। एनसीईआरटी द्वारा चुने जाने वाले प्रतिभागियों के कुछ प्रश्न पीपीसी-2023 में शामिल हो सकते हैं। छात्रों में परीक्षा के तनाव व चिंता को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘परीक्षा पे चर्चा 2023’ के जरिए छात्रों से यह संवाद करेंगे। पीएम का यह कार्यक्रम खासतौर पर बोर्ड परीक्षाओं के तनाव से निपटने में छात्रों की मदद करता है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इससे पहले विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को परीक्षा पे चर्चा 2023 कार्यक्रम के छठे संस्करण में भाग लेने और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए आमंत्रित कर चुके हैं। पीएम मोदी ने एक अनूठे बातचीत के कार्यक्रम- परीक्षा पर चर्चा की परिकल्पना की, जिसमें देश भर के और विदेशों से भी विद्यार्थी, माता-पिता, शिक्षक उनके साथ बातचीत करते हैं। पीएम यहां जीवन को उत्सव के रूप में मनाने के लिए परीक्षाओं से उत्पन्न होने वाले तनाव से मुक्ति प्राप्त करने के बारे में चर्चा करते हैं। यह कार्यक्रम पिछले पांच वर्षों से शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
कक्षा 9 से 12वीं तक के स्कूली विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों का चयन एक ऑनलाइन रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता के माध्यम से किया जा रहा है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक इससे तनावपूर्ण समय में, असहज एवं भ्रमित करने वाले विचारों के बारे में बात करने और उन्हें साझा करने से छात्रों के तनाव एवं चिंता को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है। यह छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को अपने विचार साझा करने और पीएम से मार्गदर्शन एवं महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के लिए मंच प्रदान करने का एक प्रयास है।