भारत के साथ साझेदारी महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है, जानें अमेरिका ने ऐसा क्यों कहा
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) के प्रशासन ने 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन (31 MQ-9B armed drones) की बिक्री करने के फैसले के बारे में संसद को सूचना देने के कुछ ही घंटों बाद गुरुवार को कहा कि भारत के साथ अमेरिका की साझेदारी सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने अपने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैं यह कहूंगा कि भारत के साथ हमारी साझेदारी हमारे सबसे महत्वपूर्ण संबंधों में से एक है। हम अपनी अहम प्राथमिकताओं पर भारत के साथ निकटता से काम कर रहे हैं। मिलर ने कहा, ‘‘हमारे यानी अमेरिका में भारत के निवर्तमान राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ घनिष्ठ कामकाजी संबंध रहे हैं। हमने उनके साथ कई साझा प्राथमिकताओं पर काम किया है। भारत ऐसा मुक्त एवं खुला हिंद प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो अन्य क्षेत्रों से जुड़ा हुआ, समृद्ध, सुरक्षित और लचीला हो।’
मिलर ने कहा, ‘‘हम उन्हें उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं और उनके स्थान पर राजदूत के तौर पर कार्यभार संभालने वाले अगले राजनयिक का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।” मिलर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर के साथ करीबी कामकाजी संबंध हैं और वे कुछ बेहद अहम और महत्वपूर्ण प्राथमिकताओं पर बातचीत करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा, ‘‘विदेश मंत्री ब्लिंकन ने भारत जाकर कई बार विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की है। ब्लिंकन ने जयशंकर का भी यहां स्वागत किया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर न्यूयॉर्क में उनसे मुलाकात की।”
अमेरिका ने बृहस्पतिवार को 3.99 अरब अमेरिकी डॉलर की अनुमानित लागत पर भारत को 31 एमक्यू-9बी सशस्त्र ड्रोन की बिक्री को मंजूरी दे दी। इससे समुद्री मार्गों में मानवरहित निगरानी और टोही गश्त के जरिये वर्तमान और भविष्य के खतरों से निपटने के लिए भारत की क्षमता को बढ़ेगी।इस ड्रोन सौदे की घोषणा जून 2023 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा के दौरान की गई थी।