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प्रयागराज जा रही ट्रेन पर समस्तीपुर में पथराव, AC बोगी का शीशा तोड़कर ट्रेन में घुसे यात्री

नई दिल्ली: प्रयागराज में माघ पूर्णिमा स्नान के लिए जा रहे श्रद्धालुओं ने बिहार के समस्तीपुर में 12561 स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस पर जमकर पथराव किया। भीड़ इतनी बड़ी थी कि श्रद्धालुओं ने एसी बोगियों के शीशे तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की। यह घटना मधुबनी और दरभंगा के बीच हुई, जब श्रद्धालु ट्रेन में सवार नहीं हो पाए थे।

भीड़ का गुस्सा और तोड़फोड़
गुस्साए श्रद्धालुओं ने ट्रेन की M1 और B5 बोगियों पर हमला किया और वहां के शीशे तोड़ दिए। कुल मिलाकर छह बोगियों के शीशे टूट गए, जिससे यात्री डरे-सहमे नजर आए। ट्रेन में हुई इस तोड़फोड़ के कारण कई यात्री घायल हो गए, और इसके बाद स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई।

अस्पताल और पुलिस की बेबसी
घटना की जानकारी मिलते ही समस्तीपुर रेलवे अस्पताल की मेडिकल टीम मौके पर पहुंची, लेकिन भारी भीड़ के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। रेलवे पुलिस भी श्रद्धालुओं की भीड़ के सामने पूरी तरह से बेबस नजर आई। समस्तीपुर स्टेशन पर एसी बोगियों की खिड़कियों से श्रद्धालु चढ़ते हुए दिखाई दिए और स्टेशन पर पूरा माहौल अफरातफरी का था।

रेलवे ट्रैक पर देरी
इस घटना के कारण ट्रेन करीब एक घंटे देरी से चली। इस बीच, स्टेशन पर पूरी तरह से अफरातफरी का माहौल बन गया। कई यात्री जिन्होंने ट्रेन में सवार होने की कोशिश की थी, उन्होंने अपना टिकट वापस करने की मांग की, क्योंकि वे अपनी यात्रा पर नहीं जा सके।

प्रयागराज के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब
बता दें, माघ पूर्णिमा के अवसर पर प्रयागराज में स्नान के लिए श्रद्धालुओं का एक विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है। पिछले तीन दिनों में ही प्रयागराज शहर में लाखों वाहन पहुंच चुके हैं, और हर घंटे करीब 8 हजार वाहन संगम नगरी की ओर बढ़ रहे हैं। यह घटनाएं उस दौरान हुईं जब भारी भीड़ को देखते हुए श्रद्धालु अपनी यात्रा पूरी करने में परेशान हो रहे थे।

सुरक्षा व्यवस्था और ट्रेनों में भीड़
इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था और ट्रेनों में सवार होने के दौरान आने वाली परेशानियों की ओर भी इशारा किया है। रेलवे अधिकारियों और पुलिस ने अपील की है कि श्रद्धालु अपनी यात्रा के दौरान धैर्य बनाए रखें और सुरक्षा नियमों का पालन करें। साथ ही, रेलवे द्वारा भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

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