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पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने NDA से तोड़ा नाता, इस वजह से लिया ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली: अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने एनडीए एनडीए से किनारा कर लिया है. गुरुवार को पवन कल्याण ने इसकी घोषणा की. उन्होंने चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगू देशम पार्टी का समर्थन किया है. बता दें कि पवन कल्याण ने पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू की पार्टी तेलुगु देशम पार्टी के साथ गठबंधन किया था. उन्होंने उनकी गिरफ्तारी का भी विरोध किया था. तब से ही माना जा रहा था कि वह बीजेपी से अलग हो सकते हैं.

पवन कल्याण की जनसेना पार्टी ने जनवरी 2020 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) से हाथ मिलाया था. दोनों पार्टियों ने तब फैसला किया था कि वे स्थानीय चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ेंगी. इस बीच 2023 में जनसेना पार्टी चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के करीब जाने लगी. पिछले दिनों पवन कल्याण ने टीडीपी के साथ गठबंधन की घोषणा भी की.

टीडीपी एनडीए गठबंध में नहीं है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि जनसेना पार्टी एनडीए से अलग हो सकती है, लेकिन पवन कल्याणा बीजेपी के प्रति सॉफ्ट कॉर्नर लेकर चलते रहे. अब अचानक उन्होंने एनडीए से किनारा कर लिया है. वह खुलकर टीडीपी और चंद्रबाबू नायडू का समर्थन कर रहे हैं.

दो दिन पहले ही पवन कल्याण ने जनसेना पार्टी के आगामी तेलंगाना विधानसभा चुनाव में 119 सीटों में से 32 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. पार्टी ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम सीमा और खम्मम जिले के आसपास स्थित अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस बात की पुष्टि खुद पवन कल्याण ने मीडिया से बातचीत के दौरान की थी.

पवन कल्याण ने बताया कि जिन विधानसभा एरिया में पार्टी लड़ना चाहती है, उनके नाम इस प्रकार हैं. कुकटपल्ली, एलबी नगर, नगरकुर्नूल, वैरा, खम्मम, मुनुगोडु, कुथुबुल्लापुर, सेरिलिंगमपल्ली, पाटनचेरु, सनथ नगर, कोठागुडेम, उप्पल, अश्वरावपेट, पालकुर्ती, नरसंपेट, स्टेशन घनपुर, हुस्नाबाद, रामा गुंडम, जगित्याला, नकिरेकल, हुजूर नगर शामिल हैं. मंथनी, कोडदा, सत्थुपल्ली, वारंगल पश्चिम, वारंगल पूर्व, मल्काजीगिरी, खानापुर, मेडचल, पालेरु, इलंडु और मधिरा.

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