IPL के साथ PSL की टक्कर, PCB ने शेड्यूल जारी करके BCCI को दी चुनौती
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नई दिल्ली : पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अब पूरी तरह से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से टक्कर लेने की ठान ली है. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि चैंपियंस ट्रॉफी के बीच पीसीबी ने पाकिस्तान सुपर लीग के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. सबसे बड़ी बात ये है कि उसने पीएसएल के 10वें एडिशन का आयोजन आईपीएल 2025 के बीच ही करने की घोषणी की है. 11 अप्रैल से इसकी शुरुआत होगी, वहीं 18 मई को टूर्नामेंट का फाइनल मैच खेला जाना है. दूसरी ओर आईपीएल की शुरुआत 22 मार्च को होगी, वहीं इसका फाइनल मुकाबला 25 मई को खेला जाएगा. इसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि पीसीबी ने इस शेड्यूल से बीसीसीआई को चुनौती देने की कोशिश की है.
पाकिस्तान सुपर लीग 2025 का पहला मैच डिफेंडिंग चैंपियन इस्लामाबाद यूनाटेड और लाहौर कलंदर्स के बीच रावलपिंडी में खेला जाएगा. इस सीजन में 4 वेन्यू के तौर पर कराची, लाहौर और रावलपिंडी को चुना गया है, जहां 34 मैच खेले जाएंगे. लीग स्टेज के दौरान 30 मैच होंगे. इसके 13 मई को क्वालीफायर, 14 मई को एलिमिनेटर 1 और 16 मई को एलिमिनेटर 2 का मुकाबला होगा. वहीं टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में होना है.
बता दें रावलपिंडी में 11 मैच खेले जाएंगे, जिसमें 13 मई को टूर्नामेंट का पहला मैच और क्वालिफायर 1 भी शामिल है. वहीं लाहौर में 13 मैच खेले जाएंगे, जिसमें दो एलिमिनेटर और एक फाइनल मुकाबला शामिल है. इसके अलावा कराची और मुल्तान को 5-5 मैचों की मेजबानी मिली है. वहीं इस सीजन में तीन डबल-हेडर भी होंगे.
अब सवाल ये है कि पाकिस्तानी बोर्ड ऐसा कर क्यों रहा है? वो क्यों बीसीसीआई को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है, जबकि इसमें उसका ही नुकसान है. दरअसल, ये चुनौती से ज्यादा पीसीबी के लिए मजबूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि फिलहाल चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन जारी है, जो 9 मार्च तक चलेगा. वहीं इस टूर्नामेंट से ठीक पहले उसने एक त्रिकोणीय सीरीज की भी मेजबानी की थी. ऐसे में उसके पास दूसरा कोई चारा नहीं बचा.
इसलिए अब उसे आईपीएल से टक्कर लेनी पड़ रही है. बता दें आमतौर पर पाकिस्तान ने हमेशा ही इसे जनवरी से मार्च के बीच आयोजित किया है, जिसके चलते कुछ बड़े खिलाड़ी आईपीएल से पहले इसमें भी खेल पाते थे. लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सकेगा. सिर्फ इतना ही नहीं, पाकिस्तानी लीग को टीवी पर देखने वालों में भी भारी कमी आ सकती है, जिससे ब्रॉडकास्टिंग राइट्स से होने वाली कमाई पर भी असर पड़ सकता है.