नई दिल्ली: इन 6 तरह के दर्द से परेशान रहते हैं वे लोग, जो उल्टे होकर सोते हैं!कई लोगों को उल्टा होकर सोने की आदत होती है। इनका मानना होता है कि इन्हें इस तरह लेटने पर ही अच्छी और गहरी नींद आती है। जबकि ऐसा करने से इनके शरीर पर कई तरह से नकारात्मक असर पड़ रहा होता है। साथ ही ये लोग अक्सर किसी ना किसी दर्द से घिरे रहते हैं। आइए जानते हैं किस तरह हानिकारक है पेट के बल सोना…
सिर में भारीपन रहना
-कुछ लोग सुबह को सोकर उठते हैं तो उन्हें सिर में दर्द की शिकायत होती है। जबकि कुछ लोगों को दिनभर सिर में भारीपन बने रहने की शिकायत होती है। ऐसा पेट के बल सोने के कारण भी होता है।
-दरअसल, जब हम पेट के बल सोते हैं और तकिए पर सिर रखते हैं तो हमारी गर्दन नीचे की तरफ मुड़ जाती है। इससे मस्तिष्क में होनेवाला ब्लड सर्कुलेशन नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है।
-सिर में एक तरह का वैक्यूम (खालीपन) और तनाव पैदा होता है। इस कारण सिरदर्द और भारीपन की समस्या होती है। वहीं कुछ लोगों को मितली की समस्या भी हो सकती है।
बढ़ जाता है कमर दर्द
-जो लोग लगातार और लंबे समय तक पेट के बल सोते हैं, उन्हें कमर में दर्द की शिकायत रहने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पेट के बल सोने से हमारी रीढ़ की हड्डी (बैक बोन) अपनी नैचरल शेप में नहीं रह पाती है।
- सोते वक्त लंबे समय तक गलत शेप में रहने और अतिरिक्त दबाव झेलने के कारण, एक समय बाद कमर में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। यह दर्द कमर के किसी भी हिस्से में हो सकता है।
कब्ज की समस्या रहना
-जो लोग पेट के बल सोते हैं, उन्हे अपच, कब्ज, पेट दर्द की शिकायत अक्सर रहती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उल्टा सोने के कारण हमारे पेट पर अधिक दबाव रहता है और भोजन का पाचन ठीक से नहीं हो पाता है।
वायु विकार होना
-पेट के बल सोने से वायु का संचार भी बाधित होता है। इस कारण शरीर के किसी ना किसी अंग में दर्द की समस्या अक्सर बनी रहती है। यह दर्द वायु विकार के कारण हो रहा होता है।
-क्योंकि उल्टा सोने के कारण भोजन के पाचन के समय उत्सर्जित होनेवाली गैस शरीर से बाहर नहीं निकल पाती। इससे आमतौर पर शरीर के जोड़ों और पिंडलियों में दर्द होता है।
यह भी है एक कारण
-अगर आपको उल्टे होकर लेटने यानी पेट के बल लेटने पर ही नींद आती है या आप सोते-सोते पेट के बल कब लेट जाते हैं आपको पता नहीं चलता तो इसका एक कारण आपके पेट में कीड़े होना भी हो सकता है।
-जिन लोगों को पेट में कीडे़ होने की समस्या रहती है, वे अक्सर पेट के बल सोते हैं और सोते समय उनके मुंह से लार (सलाइवा) भी टपकता है। अक्सर इस सलाइवा के निशान इनके होंठ की साइड में बना होता है या फिर इनके तकिए पर गीलापन महसूस होता है।
बच्चों पर पड़ता है ऐसा असर
-हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि जिन बच्चों को पेट के बल सोने की आदत होती है, उन्हें अक्सर हाइट से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ता है। देखा गया है कि जो बच्चे लगातार और लंबे समय तक पेट के बल सोते हैं उनकी लंबाई उनके हम उम्र दूसरे बच्चों की तुलना में कम होती है।
-उल्टा होकर सोने स बच्चों के दिमागी विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही बच्चों को पेट से संबंधित रोग भी कम उम्र में ही परेशान करने लगते हैं।