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हैप्पीनेस इंडेक्स के तहत 4 जिलों में चलाया जाएगा पायलट प्रोजेक्ट – सीएम मनोहर लाल

चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार वर्ष 2023 को अंत्योदय आरोग्य वर्ष के रूप में मना रही है और सरकार का प्रयास अंत्योदय परिवारों को निरोगी व स्वस्थ रखने का है। इसलिए मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी धरातल पर इससे जुड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करने में अपनी भूमिका अदा करें।

मुख्यमंत्री ने कल देर रात सुशासन सहयोगियों के साथ बैठक कर उनका मार्गदर्शन करते हुऐ कहा कि नागिरकों को आरोग्य बनाने की दिशा में राज्य सरकार हर गांव में 2 एकड़ भूमि पर पार्क- सह- व्यायामशालाएं बना रही है। अब तक 650 पार्क-सह-व्यायामशालाएं बनाई जा चुकी हैं। इसके अलावा, इस वर्ष के लिए 1000 और पार्क-सह-व्यायामशालाएं बनाने का लक्ष्य रखा गया है। बाद में यहीं पर वेलनेस सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे और इनमें डायटिशियन भी नियुक्त किए जाएंगे, जो ग्रामीणों को स्वस्थ एवं पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी देंगे।

उन्होंने कहा कि सीएमजीजीए इन पार्क- सह- व्यायामशालाओं को स्थापित करने, उनमें दी जाने वाली सुविधाएं, ग्रामीणों की उपस्थिति सहित अन्य गतिविधियों की मॉनिटरिंग करें ताकि धरातल पर तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा, सरकार गांवों में इंडोर जिम तथा ओपन जिम स्थापित करने पर भी विचार कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नशामुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए सरकार प्रदेश में नशा मुक्ति केंद्र स्थापित करेगी। इस कार्य में संत समाज का भी सहयोग लिया जाएगा और अधिकतर नशा मुक्ति केंद्रों को संत समाज द्वारा संचालित किया जाएगा। उन्होंने सीएमजीजीए को निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में चल रहे सरकारी व निजी नशामुक्ति केंद्रों की मॉनिटरिंग रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े 8 वर्षों में राज्य सरकार ने नागरिकों के कल्याण हेतू बहुत सी योजनाएं शुरू की है, जितनी शायद पहले कभी शुरू नहीं हुई। इन योजनाओं के तहत पात्र लाभार्थियों को सेवाओं का वितरण सुगमता और पारदर्शिता से पहुंचाने में सुशासन सहयोगी मदद करें और हर स्तर पर बारीकी से मॉनिटरिंग करें।

सीएमजीजीए ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत चौथे चरण में चल रहे अंत्योदय मेलों में अधिक से अधिक अंत्योदय परिवारों को बुलाकर रोजगार दिलाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे परिवारों की सूची तैयार करें, जिनके सिबिल स्कोर खराब होने के कारण उन्हें बैंकों से ऋण मिलने में दिक्कत आ रही है। ऐसे लाभार्थियों के सिबिल स्कोर ठीक करवाने के लिए भी सरकार विचार कर रही है, ताकि जरूरतमंद परिवारों के आर्थिक उत्थान के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।

सीएमजीजीए ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पहले 2 महीनों के दौरान उनके निर्देशानुसार भूटान की तर्ज पर नागरिकों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए हैपीनेस इंडेक्स मापने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इस कार्य योजना के अनुसार 4 जिलों नामत: अंबाला, फरीदाबाद, करनाल और हिसार में पायलट प्रोजेक्ट के आधार पर लोगों का सर्वे किया जाएगा। इस दौरान व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामाजिक खुशहाली व संतुष्टि स्तर को मापा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र के डेटा से पता चला है कि प्रदेश में 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग ऐसे हैं, जो अकेले रह रहे हैं। इन बुजुर्गों की देखभाल हेतू वरिष्ठ नागरिक सेवा आश्रम योजना बनाई है। इसके तहत सरकार द्वारा अकेले रह रहे बुजुर्गों की देखभाल सेवा आश्रमों में की जाएगी। सरकार ने जिला केंद्र पर सेवा आश्रम बनाने का लक्ष्य रखा है। सीएमजीजीए इस पुतिन कार्य में भी अपना योगदान देना सुनिश्चित करें।

मनोहर लाल ने कहा कि सरकार ने गांवों में जिला परिषदों को हर रूट पर बस क्यू शेल्टर बनाने का कार्य सौंपा है। सीएमजीजीए जिला परिषदों के साथ तालमेल बिठाकर लक्ष्य तय करे और लगातार इनकी मॉनिटरिंग करें। उन्होंने कहा कि वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और एसटीपी द्वारा उपचारित पानी का पुनः उपयोग कैसे बढ़ाया जा सके, इस दिशा में विशेष फोकस के साथ कार्य करें।

मुख्यमंत्री ने स्वामित्व योजना (शहरी और ग्रामीण), मेरी फसल मेरा ब्यौरा, सुपर-100, बुनियाद कार्यक्रम सहित सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं के क्रियान्वयन बारे भी सीएमजीजीए का मार्गदर्शन किया।

बैठक में सीएमजीजीए ने बताया कि पहले 2 माह के दौरान उन्होंने फील्ड में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना, ई अधिगम योजना, मॉडल संस्कृति स्कूल, निरोगी हरियाणा, ग्राम दर्शन व नगर दर्शन पोर्टल तथा अमृत सरोवर योजनाओं का धरातल पर अध्ययन किया और इनके क्रियान्वयन में आ रही दिक्कतों व चुनौतियों को उपायुक्तों के साथ समन्वय स्थापित कर हल करने का काम किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव और मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम के परियोजना निदेशक डॉ अमित अग्रवाल ने कहा कि सीएमजीजीए कार्यक्रम वर्ष 2016 से अशोका विश्वविद्यालय और हरियाणा सरकार के मध्य राज्य की प्राथमिकताओं पर काम करने और सुशासन को बढ़ावा देने के लिए युवाओं की ऊर्जा, रचनात्मकता और कौशल का लाभ उठाने के लिए एक रणनीतिक सहयोग है।

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