PM मोदी की नसीहत के बाद एक्शन में हरियाणा सरकार
देशभर में गोरक्षकों के मुद्दे पर बहस के बीच हरियाणा सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. हरियाणा सरकार अब गोरक्षकों के लिए भी पहचान पत्र जारी करेगी, जिससे गोरक्षकों की आसानी से पहचान की जाएगी. रविवार को ही सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात की अपील की थी कि सभी राज्य सरकारों को नकली गोरक्षकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें. पीएम ने इशारा किया था कि कुछ लोग गोरक्षा के नाम पर अपना बदला ले रहे हैं और अपराध कर रहे हैं.
मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. सभी पार्टियों के नेताओं के साथ बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर असामाजिक लोग हिंसा कर रहे हैं. इन सभी के खिलाफ राज्य सरकारें कड़ी कार्रवाई करें. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में गोमाता की रक्षा होनी चाहिए और उसके लिए कानून है, लेकिन जो तत्व इसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं. उस पर सभी राज्य कार्रवाई करें.
आपको बता दें कि बीते बुधवार में भी नागपुर में गोरक्षा के नाम पर गुंडई का मामला आया था. बुधवार को सलीम शाह अपने स्कूटर पर 15 किलो बीफ ले जा रहे थे. गोरक्षकों को इसकी भनक लगी और फिर उन्होंने शाह की जमकर पिटाई कर दी. गोरक्षकों की शिकायत पर पुलिस ने सलीम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. वहीं क्रॉस FIR के बाद पुलिस ने इस केस में चार लोगों को भी गिरफ्तार किया था. हमले का एक आरोपी निर्दलीय विधायक बच्चू काडू द्वारा चलाई जा रही संस्था का तहसील अध्यक्ष बताया जा रहा है.
सलीम काटोल तहसील की बीजेपी की अल्पसंख्यक इकाई के पूर्व प्रभारी थे. इस मामले के सामने आने के बाद शाह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. वह बीते 12 वर्षों से पार्टी से जुड़े हुए थे. बीजेपी जिलाध्यक्ष राजीव पोटदार ने बताया कि शाह को निष्कासन संबंधी लेटर भेज दिया गया है.
गौरतलब है कि सरकार ने गोमूत्र समेत गाय से जुड़े पदार्थों के लिए एक कमेटी बनाई है. इसमें कुल 19 सदस्य शामिल किए हैं, जिसमें VHP,RSS के लोग भी शामिल हैं. ये कमेटी गाय के गोबर, मूत्र, दूध, दही, घी से होने वाले फायदों के बारे में वैज्ञानिक मान्यता देना चाहेगी. सरकार इसे एक नेशनल प्रोग्राम कह रही है.