नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के पार्थिव शरीर को गुवाहाटी से यहां वायुसेना के पालम हवाईअड्डे पर लाया गया है। एयरपोर्ट पर पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने डॉ कलाम को श्रद्धांजलि दी। डॉ. कलाम का कल शाम शिलांग में दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया था। वह 84 वर्ष के थे। डॉ. कलाम के पार्थिव शरीर को दोपहर करीब साढ़े 12 बजे वायुसेना के पालम हवाईअड्डे लाया गया। पालम हवाईअड्डे से डॉ. कलाम के पार्थिव शरीर को 10 राजाजी मार्ग स्थित उनके निवास स्थान ले जाया जाएगा, जहां दोपहर तीन बजे से लोग उनके पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन कर सकेंगे। डॉ. कलाम के निवास स्थान पर उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए व्यापक स्तर पर इंतजाम किए गए है। भारत रत्न डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके निवास स्थान पर भारी संख्या में अति विशिष्ट लोग आएंगे, जिसे देखते हुए वहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। लोगों के राष्ट्रपतिज् और च्मिसाइल मैन ऑफ इंडियाज् के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ. कलाम कल शिलांग में भारतीय प्रबंधन संस्थान(आईआईएम) में भाषण देते समय अचानक अचेत होकर गिर पड़े थे। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन सात बजकर 45 मिनट पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। डॉ. कलाम वर्ष 2002 से जुलाई 2007 तक राष्ट्रपति के पद पर कार्यरत रहे। पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ पड़ी। इस बीच राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी डॉ. कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए कर्नाटक में अपना कार्यक्रम रद्द कर दिल्ली लौट आए है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और प्रधानमंत्री ने डॉ. कलाम के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भारत का महान सपूत बताया जिन्होंने अपने काम और विचारों से लाखों लोगों को प्रेरित किया।