पीएम फसल बीमा योजना ने किसानों को दी बड़ी राहत, मिला बड़ा फायदा
लखनऊ (अमरेन्द्र प्रताप सिंह) : किसानों की आय दोगुनी करने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार तमाम योजनाएं चला रही हैं इन्हीं में से एक पीएम फसल बीमा योजना है इन योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर किसानों को भी मिल रहा है। किसानों के हित में प्रदेश सरकार अनेकों कल्याणकारी एवं फसलोत्पादन में लाभकारी योजनाएं संचालित कर उनकी आय दोगुनी करने में भरपूर सहयोग दे रही है।
इसी तरह किसानों की आपदा के दौरान नष्ट हुई फसल की क्षतिपूर्ति करने और किसानों को सम्बल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पीएम फसल बीमा योजना का जनवरी 2016 से शुभारम्भ किया है। इस योजना के लागू होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है।
सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस प्रकार वर्तमान सरकार कार्यकाल में अब तक कुल 161.69 लाख बीमित कृषकों द्वारा 134.75 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का बीमा कराया गया, जिसमें 16.92 लाख कृषकों को 1388.40 करोड़ क्षतिपूर्ति का भुगतान किया गया।
जो किसान ऋण या उधार पैसे लेकर खेती में लगाते थे, उन्हें पीएम फसल बीमा योजना से बड़ा फायदा हो रहा है तथा उनकी आय में स्थायित्व भी आ रहा है। भारत सरकार की यह योजना उत्तर प्रदेश के समस्त जिलों में ग्राम पंचायत स्तर पर लागू किया गया है। इस योजना में ऋणी कृषक अनिवार्य रूप से तथा अन्य कृषक स्वैच्छिक आधार पर सम्मिलित किये गये है। बीमित राशि को फसल के उत्पादन लागत के बराबर जनपद स्तर पर अधिसूचित किया गया है।
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सभी फसलों हेतु वास्तविक प्रीमियर दर पर लागू किये गये है। प्रीमियम मद में कृषक की देयता को खरीफ फसल में अधिकतम दो प्रतिशत तथा रबी फसल में अधिकतम 1.5 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। नकदी व औद्यानिकी हेतु प्रीमियम मद में कृषक की देयता अधिकतम 5 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। कृषक द्वारा वहन किये जाने वाले प्रीमियर अंश से अधिक व वास्तविक प्रीमियर दर के अन्तर की समस्त धनराशि को अनुदान के रूप में केन्द्र व राज्य द्वारा बराबर वहन किया जाता है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में फसल की उत्पादन लागत के अनुरूप बीमित राशि निर्धारित की गई है।
इन किसानों को मिलता है लाभ
गौरतलब है कि किसान वर्ष भर मेहनत कर खेत की जुताई, बुआई, निकाई सिंचाई एवं खाद डालकर फसल तैयार करता है। फसलों में विशेषकर खरीफ व रबी की फसले होती है। खेती किसानी में किसान के पूरे परिवार की मेहनत लगती है।
समर्पित एवं कड़ी मेहनत करते हुए परिवार को अच्छे ढंग से पालन पोषण की आशा बनाये रखकर किसान फसल तैयार करता है। किन्तु यदि अधिक वर्षा, आँधी तूफान, पाला, बर्फबारी, ओले, कीट, फसली रोगों, आग आदि जैसी आपदा आ गई और फसल नष्ट हुई, तो किसान की पूरी मेहनत और लागत बरबाद हो जाती है। ऐसी स्थिति में किसान सड़क पर आ जाता है, उसकी समस्त कमाई नष्ट हो जाती है। सिर पर हाथ रखकर रोने के सिवा किसान के पास कुछ नहीं होता था। ऐसी स्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह बीमा योजना अमल में लाई गई।