PM मोदी ने काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडसट्रियल रिसर्च की प्लैटिनम जुबली समारोह में देश को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडसट्रियल रिसर्च की प्लैटिनम जुबली समारोह में देश को संबोधित किया उन्होंने कहा कि “सीएसआईआर भारत के विकास में दिए गए योगदान के लिए अपने 75 वर्ष का उत्सव बना रहा है और यह हर भारतीय के लिए यह गर्व की बात है। सीएसआईआर ने हर भारतीय की जिंदगी में अपने काम से पहचान बनाकर अपनी छाप छोड़ी है।”
आज मैंने सीएसआईआर की प्रदर्शनी में उसकी कई उपलब्धियों को देखा। मैं इन सभी उपलब्धियों को देश के सभी भागों में पहुंचाना चाहता हूं। हाल ही में सीएसआईआर ने डायबिटिज के मरीजों के लिए देश की पहली आयुर्वेदिक दवाई भी बनाई है।
उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है किसी भी देश ने विज्ञान और तकनीक के बिना अपनी प्रगति नहीं की है। हमें आम नागरिकों को विज्ञान और तकनीक की इस सदी से जोड़ना है। हम कई रिसर्च करते है लेकिन क्यों न हम समय सीमा निर्धारित कर इसे अपना लक्ष्य बना लें। क्यों न हम एक वेब पोर्टल बना ले जिसमें सभी फंडिंग रिसर्च और रिजल्ट को उस पोर्टल में दिखाया जाए जिससे समय और पैसा दोनों की बचत हो।
सीएसआईआर को यह अवश्य देखना चाहिए की ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट को उनकी लैब में रिसर्च करने का मौका मिल सके। स्टूडेंटस के पास बहुत सारा कौशल है बस उन्हें एक मंच की जरूरत है। मेरा तो यह मानना है कि अगर युवाओं को अवसर प्रदान किये जाए तो वह कुछ न कुछ बेहतर करके दिखाऐंगे।
हमारा 2022 का लक्ष्य यह होना चाहिए कि हमें किसानों की आय को दुगना करना होगा। मैं तो हमेशा से कहता आया हूं कि किसानों को अधिक फसल की पैदावार के लिए आधुनिक विज्ञान की सहायता लेनी होगी। साथ ही आज हेल्थ सेक्टर ज्यादातर टेक्नॉलजी पर निर्भर है जो कि बहुत अच्छा है और जिसमें अपार संभावनाए हैं।