पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर फिर समीक्षा के दिए निर्देश
नई दिल्ली: कोरोना के नए ओमीक्रॉन वेरिएंट के खतरे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों में दी जा रही छूट की फिर से समीक्षा करने के निर्देश दिए। पीएम मोदी ने नए वेरिएंट के प्रति चिंता जाहिर की और बाहर से आने वाले यात्रियों की गहन निगरानी करने को कहा। पीएम ने बैठक के दौरान कहा कि जिन देशों में नए वेरिएंट का ज्यादा खतरा है, वहां से आने वाले यात्रियों पर ज्यादा ध्यान दिया जाए।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (बी.1.1.529) को ओमीक्रोन (Omicron) नाम दिया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इसका नामकरण करने के साथ ही इसे इसे वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। यानी Omicron अत्यधिक संक्रामक वैरिएंट है। इसको लेकर भारत में भी चिंता बढ़ गई है। मुंबई में बृहन्मुंबई नगर निगम की मेयर किशोरी पेडनेकर ने शनिवार को घोषणा की कि दक्षिण अफ्रीका से शहर में आने वाले सभी लोगों को दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, हांगकांग और इज़राइल में पाए गए नए कोरोना वायरस वैरिएंट के कारण अलग रखा जाएगा।
कोरोन की स्थिति और टीकाकरण पर पीएम मोदी की बड़ी बैठक
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना महामारी की ताजा स्थिति और टीकाकरण पर आला अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल शामिल रहे। पीएम मोदी की यह बैठक उस समय हुई जब देश में दो दिन में कोरोना के नए मामलों को लेकर दो बड़ी खबरें आईं। पहले कर्नाटक में मेडिकल कॉलेज में फ्रेशर्स की पार्टी में 182 कोरोना पॉजिटिव निकले और अब तेलंगाना की महिंद्रा यूनिवर्सिटी में 30 मरीज मिलने से हड़कंप मच गया है।
इन देशों ने लगाई दक्षिण अफ्रीका की फ्लाट्स पर रोक
इससे पहले कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को भी इसी श्रेणी में रखा गया था। इसके साथ ही पूरी दुनिया में कोरोना महामारी की चिंता फिर बढ़ गई है। देशों ने दक्षिणा से आने और जाने वाली उड़ानों पर रोक लगाना शुरू कर दिया है। अमेरिका, ब्रिटेन, इटली और इजरायल समेत कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका, लेसेटो, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, मोजांबिक, नाबिया और इस्वातिनी के लिए उड़ानें बंद कर दी हैं। नीदरलैंड समेत और कई देश इसी तरह के उपाय करने पर विचार कर रहे हैं।