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रूस में पुतिन से मिलेंगे पीएम मोदी व जिनपिंग, टेंशन में अमेरिका!

देहरादून (गौरव ममगाईं)। नया साल 2024, वैश्विक राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण रहने वाला है। रूस को विश्व की एक-चौथाई अर्थव्यवस्था वाले ‘ब्रिक्स’ की अध्यक्षता मिल गई है और रूस-यूक्रेन युध्द के बाद यह पहला मौका होगा जब रूस में किसी बड़े वैश्विक सम्मेलन का आयोजन होगा। सबसे खास बात ये होगी कि इस सम्मेलन में रूस के सबसे भरोसेमंद दोस्त भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग भी हिस्सा लेंगे। रूस-चीन जैसे अपने विरोधियों के साथ भारत को देखना सुपरपावर अमेरिका के लिए बहुत बड़ा झटका होगा। वैसे भी ब्रिक्स की सफलता को लेकर अमेरिका पहले से ही असहज नजर आता रहा है, अब रूस को वैश्विक स्तर पर हाशिये पर धकेलने की मंशा पालने वाले अमेरिका को रूस अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेगा।

दरअसल, 2024 में ब्रिक्स की अध्यक्षता मिलते ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन साल के पहले दिन से ही एक्शन में आ गये थे। पुतिन ने आधिकारिक घोषणा की थी कि ब्रिक्स में 5 से बढ़कर अब 10 देश सदस्य शामिल हो गये हैं। 5 नये सदस्य देशों के शामिल होने से ब्रिक्स को काफी मजबूती मिलेगी। पुतिन ने कहा कि लगभग 40 देश भी ब्रिक्स से जुड़ना चाहते हैं। पुतिन के इस बयान को अमेरिका को जवाब के रूप में माना जा रहा है। ऐसी चर्चाएं हैं कि पुतिन, अमेरिको को स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि अब शक्ति के केंद्रीकरण के बजाय बहुध्रुवीय का पक्षधर है, जहां वैश्विक निकायों में हर छोटे देश की सुनवाई भी हो।

 बीते दिनों विदेश मंत्री जयशंकर की रूस यात्रा और राष्ट्रपति पुतिन द्वारा प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए विदेश मंत्री जयशंकर से मिलना इसका बड़ा उदाहरण है। राष्ट्रपति पुतिन ने जयशंकर को पीएम मोदी को रूस आने का निमंत्रण दिया, जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार भी किया। यही नहीं, पुतिन ने मोदी को आगामी लोकसभा चुनाव में जीत के लिए शुभकामनाएं भी दीं। ब्रिक्स सम्मेलन की तारीख अभी तय नहीं हैं। बता दें कि स्वतंत्रता के पश्चात रूस, भारत का सबसे भरोसेमंद मित्र रहा है। हाल ही में रूस-यूक्रेन युध्द के दौरान भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने भी अमेरिका के दबाव में न आकर रूस से व्यापारिक व रक्षा संबंधों को बनाये रखा। अमेरिका शुरू से ही भारत व रूस के मजबूत संबंधों को लेकर असुरक्षित महसूस करता रहा है, क्योंकि आज वैश्विक स्तर पर भारत का विशेष स्थान है।

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