भुवनेश्वर: सामाजिक कार्यकर्ता और पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित शांति देवी का कल रात ओडिशा के रायगडा जिले के गुनुपुर में उनके आवास पर निधन हो गया। शांति देवी ओडिशा में एक जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता थीं। उनके निधन पर पीएम मोदी ने शोक जताया है। ट्विटर पर उन्होंने लिखा है कि ‘शांति देवी जी को गरीबों और वंचितों की आवाज के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने दुखों को दूर करने और एक स्वस्थ और न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम किया। उनके निधन से आहत हूं। मेरे विचार उनके परिवार और अनगिनत प्रशंसकों के साथ है।
शांति देवी ने आदिवासी लड़कियों के आगे बढ़ने के लिए बहुत काम किया। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से आदिवासी लड़कियों के उत्थान के लिए अपना अमूल्य योगदान दिया। समाज सेवा आंदोलन के प्रमुख अग्रदूतों में से एक के रूप में, उन्हें वर्ष 2021 में देश के सबसे प्रतिष्ठित नागरिक पुरस्कारों में से एक ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया गया था।
शांति देवी का जन्म 18 अप्रैल 1934 को हुआ था। सामाजिक कार्यकर्ता ने कोरापुट में एक छोटा आश्रम शुरू किया और बाद में रायगढ़ में सेवा समाज की स्थापना की। सेवा समाज का गठन बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए किया गया था। फिर यह सामाजिक कार्य की कभी न खत्म होने वाली यात्रा थी जहां उन्होंने गनपुर में एक और आश्रम स्थापित किया। इस आश्रम ने अनाथ और बेसहारा बच्चों की शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पुनर्वास की दिशा में काम किया।