देहरादून: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शनिवार को जलियाँवाला बाग के पुननिर्मित परिसर एवं इस स्मारक में निर्मित संग्रहालय, दीर्घाओं का वर्चुअल उद्घाटन किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी राष्ट्रीय महत्व के इस समारोह में वर्चुअली प्रतिभाग किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जलियांवाला बाग के नए स्मारक का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नया परिसर नई पीढ़ी को प्रेरणा देगा। जलियांवाला बाग आजादी की लड़ाई का प्रतीक है। यह हमेशा आज़ादी के लिए दी गई कुर्बानी को याद दिलाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक यह दीर्घाएं उस अवधि के दौरान पंजाब में घटित विभिन्न घटनाओं के विशेष ऐतिहासिक महत्व को दर्शाती हैं। इन घटनाओं को दिखाने के लिए ऑडियो-वीडियो टैक्नीक के माध्यम से प्रस्तुति की व्यवस्था है, जिसमें मैपिंग और थ्री डी चित्रण के साथ-साथ कला एवं मूर्तिकला अधिष्ठापन भी शामिल हैं।
पीएमओ के अनुसार जालियांवाला बाग में 13 अप्रैल, 1919 को घटित विभिन्न घटनाओं को दर्शाने के लिए एक साउंड एंड लाइट शो की व्यवस्था की गई है। उसने जानकारी दी कि इस परिसर में विकास से जुड़ी कई पहल की गई हैं। पंजाब की स्थानीय स्थापत्य शैली के अनुरूप धरोहर संबंधी विस्तृत पुनर्निर्माण कार्य किए गए हैं। शहीदी कुएं की मरम्मत की गई है और नवविकसित उत्तम संरचना के साथ इसका पुनर्निर्माण किया गया है।