13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का लोकार्पण कर सकते हैं पीएम मोदी
काशी: भाजपा के यूपी मिशन का केंद्र इस बार काशी रहने वाला है। अयोध्या में मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद अब पार्टी का पूरा फोकस काशी के विकास मॉडल पर है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के बाद अब काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के जरिए भाजपा प्रदेश को दूसरा तोहफा देने की तैयारी कर रही है।
सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का लोकार्पण कर सकते हैं। इतना ही नहीं पार्टी दिव्य काशी-भव्य काशी के तहत पूरे एक माह के कार्यक्रमों की रूपरेखा तय कर रही है। यूपी के रण की असल बिसात इस बार पूर्वांचल में ही बिछती दिख रही है।
भाजपा द्वारा पूरा फोकस पूरब पर केंद्रित करने के साथ ही समाजवादी पार्टी भी इस हिस्से में अपना पूरा दमखम दिखाने में जुट गई है। अयोध्या के बाद पार्टी अब अपने विकास के साथ हिंदुत्व के मुद्दे को बाबा विश्वनाथ की धरती से धार देने की तैयारी में जुटी है।
पीएम मोदी के सांसद कार्यकाल में भाजपा ने काशी का कायाकल्प किया है। उसी काशी को अब पार्टी ने अपना वॉर रूम बनाया है। इसकी नींव 12 नवंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रख चुके हैं। अब उसी श्रृंखला में तमाम और चुनावी व्यूह रचना के कार्यक्रम इसी धरती पर करने की तैयारी है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में श्रद्धालुओं के लिए छोटे बड़े 27 मंदिर है जहां पर श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ,स्पिरिचुअल बुक सेंटर, मुमुक्षु भवन, वैदिक सेंटर, जलपान केंद्र ,मल्टी पर्पज हॉल, सिटी म्यूजियम वाराणसी गैलरी, योगशाला बनाई गई है। वहीं 100 साल पहले चोरी अन्नपूर्णा की मूर्ति को भी स्थापित किया जाएगा। 13 दिसंबर को पीएम मोदी द्वारा लोकार्पण के बाद दुनिया भर के लोग काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर में देवी अन्नपूर्णा का भी दर्शन और पूजन कर सकेंगे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नवनिर्मित ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस वे’ का लोकार्पण कर पूर्वचल की जनता को समर्पित किया है। उन्होंने जनता को संबांधित करते हुए कहा कि ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ उत्तर प्रदेश के विकास का यह एक्सप्रेस-वे है। आम जनमानस के जीवन में विकास के नए युग का सूत्रपात करेगा व पूर्वांचल को विकास की मुख्यधारा से जोड़ेगा। उन्होने कहा कि सुल्तानपुर समेत पूरे प्रदेश का‘‘बहुपक्षीय विकास का सेतु ‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे’ से होगा। उ.प्र. की अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी बनेगा। नि:संदेह, यह एक्सप्रेस-वे 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूर्ण करने में सहायक सिद्ध होगा।”