पीएम मोदी ने क्रूज पर सवार होकर देखी गंगा आरती, 11 लाख दीप मालाओं से जगमगाए घाट
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद शाम को गंगा में दुल्हन की तरह सजी विवेकानंद क्रूज पर सवार होकर जल विहार किया और विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती देखी। जल विहार के दौरान घाटों पर मौजूद लोग हर-हर महादेव का उद्घोष कर प्रधानमंत्री का स्वागत करते रहे। यह देख प्रधानमंत्री भी हाथ जोड़कर क्रूज से लोगों का अभिवादन स्वीकार करते रहे।
प्रधानमंत्री के साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा 11 प्रदेशों के मुख्यमंत्री और नौ प्रदेशों के उप मुख्यमंत्री भी है। रविदास घाट से जब क्रूज धीरे-धीरे दशाश्वमेध घाट की ओर बढ़ा तो गंगा घाटों के दोनों किनारों पर 11 लाख दीप मालाओं की श्रृंखला जगमग-जगमग कर रोशनी से झिलमिला रही थी। शिव दीपावली पर उत्तरवाहिनी गंगा के आठ किलोमीटर में फैले अर्धचंद्राकार घाटों पर यह विहंगम नयनाभिराम नजारा देख प्रधानमंत्री और भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और उनके परिजन आह्लादित दिखे।
इस दौरान घाटों पर मौजूद लोग हर-हर महादेव का उद्घोष कर प्रधानमंत्री का स्वागत करते रहे। यह देख प्रधानमंत्री क्रूज से लोगों का अभिवादन हाथ जोड़कर स्वीकार करते रहे। नारद घाट, केदारघाट, चौकी घाट, हनुमान घाट, शिवाला घाट, चेतसिंह घाट, भदैनी घाट, जानकी घाट, पम्पा घाट, तुलसी घाट, रीवा घाट, अस्सी घाट, नए अस्सी घाट सहित रविदास घाट पर भी लोगों ने हर-हर महादेव का उद्घोष प्रधानमंत्री का स्वागत किया। घाटों पर लेजर लाइट,आतिशबाजी, सतरंगी रोशनी से नहाई साज सज्जा आकर्षण बनी रही।
शाम गहराने के साथ ही गंगा की लहरों पर दीयों और बिजली की सतरंगी लड़ियों का प्रकाश अलग आभा बिखेर रहा था। लग रहा था कि देवलोक गंगा के तट पर उतर आया है। लेजर शो के आयोजन ने शमां बांध दिया। तीनों लोकों से न्यारी महादेव की नगरी में देव दीपावली सरीखा ऐतिहासिक नजारों का गवाह बनने के लिए प्रधानमंत्री भी उत्साहित दिखे। खास बात ये रही कि चेतसिंह घाट पर लेजर लाइट की शानदार प्रस्तुति में शिव स्तुति सुन आह्लादित प्रधानमंत्री ताल देते नजर आये।
गंगा की मौजों में जल विहार के दौरान विवेकानंद क्रूज दशाश्वमेधघाट पर रूका। प्रधानमंत्री ने क्रूज की छत से भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ गंगा सेवा निधि की विहंगम भव्यतम विशेष गंगा आरती देखी। आज की गंगा आरती श्रीकाशी विश्वनाथ को समर्पित रही। निधि के अध्यक्ष सुशांत मिश्रा के अनुसार काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण पर मां गंगा की आरती 9 अर्चकों और 21 देव कन्याओं ने की। दशाश्वमेध को भव्य रूप से फूल मालाओं, वंदनवार, रंगोली से सजाया गया। इसे भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए 11 हजार दीये प्रज्ज्वलित किये गए। गंगा में जलविहार और गंगा आरती देखने के दौरान गंगा में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में एसपीजी, एनएसजी, पुलिस अफसरों के साथ एनडीआरएफ की टीम तैनात रही। टीम मोटर बोट, वाटर एम्बुलेंस, गोताखोर, मेडिकल टीम, डीप डाइविंग सेट, लाइफ जैकेट, लाइफ बॉय व अन्य बचाव उपकरणों के साथ क्रूज के साथ चलती रही।
क्रूज पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, त्रिपुरा के विप्लव देव, गोवा के डॉ. प्रमोद सावंत, हरियाणा के मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के जयराम ठाकुर, कर्नाटक के विश्वराज बोम्मई, असम के हेमंता विश्वा शर्मा, गुजरात के भूपेंद्र भाई पटेल, अरुणाचल प्रदेश के पेमा खांडू, उत्तराखंड के पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन विशेन सिंह, गोवा के उप मुख्यमंत्री मनोहर अर्गोनकर, चंद्रकांत कावेलकर, बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद, रेनू देवी, उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, दिनेशचंद शर्मा, नगालैंड के उप मुख्यमंत्री यथंगो पट्टन, त्रिपुरा के उप मुख्यमंत्री जिष्णु देव शर्मा, अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चोनामीन सवार हुए।