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UN में बोले पीएम मोदी- कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट सबसे बेहतर

नई दिल्ली, 16 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को संबोधित किया। पीएम मोदी का यह संबोधन संयुक्त राष्ट्र की 75वीं सालगिरह की पूर्व संध्‍या पर न्‍यूयॉर्क में आयोजित एक कार्यक्रम में हुआ। यूएन (सुरक्षा परिषद) का अस्थायी सदस्य बनने के बाद पीएम मोदी का यह पहला संबोधन था।

6 साल में 40 करोड़ बैंक खाते खुले-पीएम

संयुक्त राष्ट्र के अपने वर्चुअल संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि दूसरे विश्वयुद्ध के बाद दुनिया बदल गई है। भारत हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। हम अपनी महिलाओं को सशक्त बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं। पिछले 6 साल में हमने डायरेक्ट बिनिफिशियल प्रोग्राम के लिए 40 करोड़ बैंक खाते खोले हैं। जरूरतमंद लोगों के खाते में सीधे पैसे पहुंचाए।

आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया-पीएम मोदी

कोरोना वायरस पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम सभी प्राकृतिक आपदाओं से लड़े। भारत ने आपदाओं का मुकाबला तेजी और मजबूती से किया। हमने सार्क कोविड इमरजेंसी फंड बनाया। कोरोना से लड़ाई को हमने जन आंदोलन बनाया। कोरोना पर भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे बेहतर है। हमने जनता को कोरोना के खिलाफ लड़ाई से जोड़ा। चुनौतियों से हमें मिल-जुल कर लड़ना होगा। अर्थव्यवस्था को वापस ट्रैक पर लाने के लिए पैकेज लाए। हमने आत्मनिर्भर भारत अभियान चलाया। अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने यह बात भी दोहराई कि भारत संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों में पूरे समर्थन के साथ अपना सहयोग जारी रखेगा।

यूएन के अपने आखिरी भाषण में क्या बोले थे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी पिछले साल संयुक्त राष्ट्र महासभा को भी संबोधित कर चुके हैं। पीएम मोदी ने सितंबर 2019 में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी, स्वच्छता, आतंकवाद जैसे मुद्दों का जिक्र किया था। उस समय अपने संबोधन में महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि मेरे लिए गौरव का अवसर है कि यूएन के 74वें सत्र को 130 करोड़ भारतीयों की तरफ से संबोधित कर रहा हूं। यह अवसर इसलिए भी विशेष है, क्योंकि इस साल पूरा विश्व महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मना रहा है। महात्मा गांधी का सत्य और अहिंसा का संदेश आज भी दुनिया के लिए प्रासंगिक है।

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