पीएम मोदी आज करेंगे ‘विकसित भारत@2047: वॉयस ऑफ यूथ’ कार्यक्रम की शुरुआत
नई दिल्ली: पिछले कुछ सालों से भारत देश ने पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बना ली है। पूरी दुनिया में भारत तेज़ी से आगे बढ़ने वाला देश बन गया है। जल्द ही भारत की इकॉनमी 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगी जिससे हम पूरी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे। एक अंडर डेवलप्ड देश से डेवलपिंग नेशन का सफर तो बेहतरीन रहा ही है लेकिन अब बहुत की कम समय में डेवलप्ड नेशन बनने की तैयारी में हैं।
इस सपने को जल्दी पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ‘विकसित भारत@2047: वॉयस ऑफ यूथ’ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। इस योजना के तहत आजादी के 100 वर्ष पूरे होने पर भारत को विकसित देश के रूप में बनाना है। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से रविवार को जारी एक बयान के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान मोदी देशभर के राजभवनों में आयोजित कार्यशालाओं में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, संस्थानों के प्रमुखों और संकाय सदस्यों को भी संबोधित करेंगे, जो पहल की शुरुआत का प्रतीक होगा।
विकसित भारत @2047 का दृष्टिकोण
पीएमओ ने कहा कि मोदी का दृष्टिकोण देश के लिए राष्ट्रीय योजनाओं के निर्माण और प्राथमिकताओं तथा लक्ष्यों को तय करने में युवा पीढ़ी को सक्रिय रूप से शामिल करना है। बयान में कहा गया है, “इस दृष्टिकोण के अनुरूप, ‘विकसित भारत @2047: वॉइस ऑफ यूथ’ पहल देश के युवाओं को विकसित भारत @2047 के दृष्टिकोण में विचारों का योगदान करने के लिए एक मंच प्रदान करेगी।” बयान में कहा गया है कि कार्यशालाएं 2047 तक भारत को एक विकसित देश बनाने के लिए युवाओं की राय जानने की प्रक्रिया शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होंगी।
विकसित भारत @2047 वर्कशॉप आज
विकसित भारत @2047 वर्कशॉप आज देश के सभी राजभवनों में सुबह 10.30 बजे से शुरू की जाएगी। इस वर्कशॉप में देश के सभी विश्वविद्यालयों के वाईस चांसलर और कई संस्थाओं के प्रमुख हिस्सा लेंगे। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम को ‘विकसित भारत @2047 : वॉइस ऑफ यूथ’ का नाम दिया गया है।
कौन-कौन से देश हैं विकसित
अभी के लिए दुनिया में ऐसे कम ही देश हैं जो विकसित होने की उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। इनमें अमरीका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, जापान, फ्रांस, डेनमार्क और इजरायल जैसे देश हैं। अभी भारत का मुख्य उदेश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का है, जो जल्द ही साकार हो सकता है। लेकिन डेवलप्ड नेशन बनने के सपने को अभी काफी टाइम है।