भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) लगातार मोटे अनाजों के उत्पादन (production of coarse cereals) के लिए किसानों को प्रेरित कर रहे हैं, जबकि सरकार ने इसके लिए कई योजनाएं भी चलाई हैं. केंद्र सरकार ने ‘श्री अन्न संवर्धन योजना’ (Shri Anna Samvardhan Yojana) चलाई है. इस योजना के माध्यम से सरकार मोटे अनाज की खेती करने वाले किसानों को सब्सिडी देती है. शुक्रवार को पीएम मोदी वर्चुअली इस योजना के अभियान की शुरुआत मध्य प्रदेश में भी करने जा रहे हैं. राजधानी भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. जबकि प्रदेश के सभी जिलों में भी यह कार्यक्रम होगा, जिसमें मंत्री और विधायक शामिल होंगे.
मध्य प्रदेश की मोहन सरकार शुक्रवार से प्रदेश में ‘श्री अन्न मिलेट्स उत्पादन संवर्धन अभियान’ की शुरुआत करने जा रही है. पीएम नरेंद्र मोदी इस योजना की वर्चुअली शुरुआत करेंगे और किसानों को मोटे अनाज से होने वाले फायदों को बारे में भी बताएंगे. बता दें कि केंद्र और राज्य दोनों सरकारें मोटे अनाजों का उत्पादन ज्यादा से ज्यादा करने के लिए किसानों को प्रेरित कर रही हैं. सीएम मोहन यादव भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में होने वाले कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे.
केंद्र सरकार ‘श्री अन्न संवर्धन योजना’ के माध्यम से किसानों को मोटे अनाज के उत्पादन के लिए प्रोत्साहन राशि भी देती है. बता दें कि श्रीअन्न मिलेट्स उत्पादन में मध्य प्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल हैं. रानी दुर्गावती अन्नपुर उत्साह योजना में किसानों को को कोदो-कुटकी उत्पादन में प्रति क्विंटल एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का वितरण किया जाता है. जिससे किसान ज्यादा से ज्यादा इसके उत्पादन के लिए प्रोत्साहित होंते हैं. मध्य प्रदेश में किसानों को प्रोत्साहन राशि के अलावा बीज खरीदने पर 80 सब्सिडी देने का भी फैसला हो चुका है. किसान मोटे अनाज के बीच सरकारी संस्थाओं से खरीद सकते हैं.
बता दें कि प्रदेश के कई जिले मिलेट्स उत्पादन के मामले में आगे हैं. बालाघाट, छिंदवाड़ा, जबलपुर, कटनी, मंडला, डिंडौरी, नरसिंहपुर और सिवनी जिले मिलेट्स उत्पादन में आगे माने जाते हैं. यहां के किसान मोटे अनाजों की खेती करते हैं. मोटे अनाजों में ज्वार, बाजरा, रागी (मडुआ), कंगनी, कुटकी, कोदो, सांवा और जौ जैसी फसलों की खेती की जाती है. मध्य प्रदेश के इन जिलों में यह फसलें खूब उगाई जाती हैं.