देहरादून: उत्तराखंड की पेयजल, सिंचाई सुविधाओं से जुड़ी महत्वाकांक्षी जमरानी बांध और सौंग बांध परियोजना का शिलान्यास भी नौ नवंबर को होने जा रहा है। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नौ नवंबर को एफआरआई होने वाले मुख्य समारेाह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों इन दोनों महत्वपूर्ण योजनाओं का विधिवत शिलान्यास कराने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री इस दिन आठ हजार करोड़ रुपये से अधिक लागत की विकास योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। सरकारी दफ्तरों में सोलर प्लांट लगाने की योजना पर का लोकार्पण भी होना प्रस्तावित है। प्रधानमंत्री समारेाह को खास बनाने बनाने के लिए रजत जयंती डाक टिकट भी जारी करेंगे।
रजत जयंती वर्ष होने की वजह से सरकार इस वर्ष राज्य स्थापना दिवस के मुख्य समारोह को भव्य रूप देना चाहती है। शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एफआरआई जाकर तैयारियों को परखा। अधिकारियों को निर्देश दिए कि व्यवस्थाओं को हर स्तर पर बेहतर से बेहतर रखा जाए। मीडिया कर्मियों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने से पूरे राज्य में उत्साह का माहौल है। राज्य का हर व्यक्ति उन्हें अपने परिवार का संरक्षक, सदस्य मानते हुए स्नेह करता है। इस मौके पर काबीना मंत्री गणेश जोशी, विधायक सहदेव पुंडीर, खजानदास, मुन्ना सिंह चौहान, सविता कपूर, नेहा जोशी, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, डीजी सूचना बंशीधर तिवारी मौजूद रहे।
सुरक्षा में लगने वाले जवान इस्तेमाल नहीं करेंगे फोन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। सभी फोर्स को मोबाइल फोन का उपयोग नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है। शुक्रवार शाम पुलिस लाइन में हुई ब्रीफिंग में यह दिशा-निर्देश दिए गए। एडीजी-प्रशासन अभिनव कुमार और एडीजी वी. मुरुगेशन ने कहा कि सभी पुलिसकर्मी पूरी सतर्कता और सजगता के साथ ड्यूटी निभाएं। सभी अफसर और कर्मचारी ड्यूटी पर तीन घंटे पूर्व पहुंचेंगे। हर कर्मचारी पहचान पत्र और ड्यूटी कार्ड साथ रखेगा। कार्यक्रम स्थल और इसके आसपास ड्रोन पर प्रतिबंध रहेगा। जौलीग्रांट हवाई अड्डे और कार्यक्रम स्थल के आसपास सघन चेकिंग की जाएगी।
सौंग बांध पेयजल परियोजना
2492 करोड़ लागत की इस योजना के तहत 130.60 मी. ऊंचे बांध का निर्माण एवं 1.5 मी. व्यास की 14.70 किमी. लम्बी ग्रेविटी आधारित पेयजल लाइन का निर्माण किया जाएगा। इसके अलावा 85 किलोमीटर जल वितरण प्रणाली एवं 150 एमएलडी. जल शोधन संयंत्र का निर्माण भी इस परियोजना के तहत किया जाना है। इससे भविष्य में देहरादून की वर्ष 2053 तक अनुमानित लगभग 10.65 लाख की जनसंख्या के लिए 150 एमएलडी पानी की ग्रेविटी योजना के जरिए आपूर्ति की जाएगी। बांध से बनने वाली 3.5 किमी. लम्बी झील को एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जायेगा।
राज्य को नई सौगात की उम्मीद
राज्य स्थापना दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तराखंड को नई सौगातें मिलने की भी उम्मीदें हैं। शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया कर्मियों से बातचीत में भाजपा विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता विनोद चमोली ने कहा, 2014 के उपरांत जब से केंद्र में मोदी ने प्रधानमंत्री पद संभाला, तब से उत्तराखंड में विकास की गति कई गुना बढ़ गई है। इस बार भी कोई न कोई बड़ी सौगात वो देवभूमि को देकर जायेंगे। विधायक खजान दास ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री की मौजूदगी नई ऊर्जा देगा।
जमरानी बांंध परियोजना
3808 करोड़ लागत की इस योजना में 150.6 मी. ऊंचे बांध का निर्माण होना है। इसमें 42.92 किमी लम्बी नहर का पुनर्निर्माण एवं 21.25 किमी लंबी नई नहर बनेगी। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर हल्द्वानी शहर एवं उसके समीपवर्ती क्षेत्रों की भविष्य की लगभग 10.50 लाख आबादी के लिए 117 एमएलडी पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। साथ ही यहां बनने वाली नौ किलोमीटर लम्बी झील से एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन विकसित होगा तथा लगभग 57 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन होगा।




