प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाली में ब्रिटिश PM ऋषि सुनक से की वार्ता
बाली: ब्रिटेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष ऋषि सुनक के बीच जी20 सम्मेलन के इतर यहां पहली बैठक के बाद बुधवार को उस नई योजना को मंजूरी दी, जिसके तहत 18-30 वर्षीय डिग्रीधारी-शिक्षित भारतीयों को ब्रिटेन में आकर रहने और दो वर्ष तक काम करने के लिए हर साल 3,000 वीजा प्रदान किये जायेंगे।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि दोनों नेता ब्रिटेन-भारत संबंधों को ‘‘स्थायी महत्व” देने पर सहमत हुए और सुनक ने प्रधानमंत्री के रूप में उनकी नियुक्ति के लिए भारतीय लोगों की जबरदस्त प्रतिक्रिया के लिए मोदी को धन्यवाद दिया। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज के साथ अलग-अलग द्विपक्षीय बैठकें कीं और सभी बैठकों का प्रमुख ध्यान रक्षा और आर्थिक संपर्क को बढ़ावा देने पर था।
सुनक के साथ अपनी बातचीत के बाद, मोदी ने कहा कि भारत मजबूत भारत-ब्रिटेन संबंधों को बहुत महत्व देता है। साथ ही, विदेश मंत्रालय ने कहा कि चर्चा व्यापार, गतिशीलता, रक्षा और सुरक्षा जैसे सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर हुई। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘बाली में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलकर बहुत अच्छा लगा। भारत मजबूत भारत-ब्रिटेन संबंधों को बहुत महत्व देता है। हमने वाणिज्यिक संबंधों को बढ़ाने, भारत के रक्षा सुधारों के संदर्भ में सुरक्षा सहयोग का दायरा बढ़ाने और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को और भी मजबूत बनाने के तरीकों पर चर्चा की।”
ब्रिटिश प्रधानमंत्री के कार्यालय ने कहा कि सुनक ने यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने और अगले साल जी 20 की भारत की अध्यक्षता में जलवायु परिवर्तन से निपटने जैसी चुनौतियों पर एक साथ काम करने के अवसर का स्वागत किया। बैठक यहां जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर हुई। कुछ सप्ताह पहले भारतीय मूल के नेता सुनक के ब्रिटिश प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात थी।
सुनक ने कहा, ‘‘हमारी सुरक्षा और समृद्धि के लिए हिंद-प्रशांत क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र गतिशील और तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं से भरा हुआ है और अगले दशक में इस क्षेत्र में क्या होता है, इसके आधार पर इसे परिभाषित किया जाएगा।” उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत के साथ हमारे मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के महत्व के बारे में जानता हूं।”
सुनक ने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि भारत के और भी अधिक मेधावी युवाओं को अब ब्रिटेन में जीवन का वह सब अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जो हमारी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को समृद्ध बनाने के लिए मददगार साबित होगा।” ‘यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम’ की शुरुआत को द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक ‘‘महत्वपूर्ण क्षण” और भारतीय तथा ब्रिटिश दोनों अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए अहम बताया जा रहा है। इसे मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता को आगे बढ़ाने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि दोनों नेताओं ने व्यापक भारत-ब्रिटेन रणनीतिक साझेदारी की स्थिति और भविष्य के संबंधों के लिए ‘रोडमैप 2030′ की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। मंत्रालय ने कहा, ‘‘व्यापार, गतिशीलता, रक्षा और सुरक्षा जैसे सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर दोनों नेताओं के बीच चर्चा हुई।”