पीएम ने लगाई आस्था में डुबकी
लखनऊ: काशी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गंगा में डुबकी लगाने के साथ बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करके बनारस के हर रंग को जिया। इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री ने गंगा में डुबकी लगाकर बाबा विश्वनाथ मंदिर में पावन ज्योर्तिलिंग पर गंगा जल से जलाभिषेक किया। इससे पहले प्रधानमंत्री ने काशी के परंपरा के अनुसार नगर कोतवाल काल भैरव के दरबार में हाजिरी लगाई।
माथे पर त्रिपुंड लगाकर जब श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण करने प्रधानमंत्री पहुंचे तो वहां उपस्थित लोगों ने हर-हर महादेव के जयघोष से उनका स्वागत किया। उन्होंने भी दोनों हाथ उठाकर काशीवासियों का अभिवादन किया। अपने पूरे संबोधन में काशी की संस्कृति और परंपराओं का बखान किया।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी के संकल्प और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल क्रियान्वयन से श्री काशी विश्वनाथ धाम का भव्य स्वरूप साकार हुआ है।
श्रम साधकों का किया सम्मान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण करने वाले श्रम साधकों पर पुष्प वर्षा कर सम्मानित किया। साथ ही 15 श्रम साधकों के साथ भोजन भी किया। इसमें झारखंड के रंजीत, ओडिशा के अमर, राजस्थान के दीपक, झारखंड के उदय और बिहार के दीपेश शामिल थे। इस दौरान उन्होंने उनका हाल जाना।
प्रधानमंत्री ने उनसे पूछा कि आपने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई या नहीं। बच्चे पढ़ाई करते हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने अच्छा काम किया है और पूछा आप लोगों को कोई दिक्कत तो नहीं है। गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुंभ के दौरान स्वच्छाग्रहियों के पांव धोकर सामाजिक समरसता का संदेश दिया था।