शहडोल में आज PM आदिवासियों के साथ लगाएंगे ‘खाट चौपाल’
शहडोल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चौपाल आज शहडोल जिले के पकारिया गांव में लग रही है। इस दौरान पीएम मोदी खटिया पर आदिवासियों के बीच बैठकर उनसे सीधा वार्तालाप करने वाले हैं। यहां 362 आदिवासियों के अलग-अलग समूहों से पीएम मोदी चर्चा कर उनके अनुभव सुनेंगे और आदिवासी विकास की योजनाओं पर जानकारी लेंगे। यहां वे सिकल सेल एनीमिया मिशन की शुुरुआत भी करेंगे। साथही रानी दुर्गावती की गौरव यात्रा का समापन भी करेंगे।
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहेंगे। पूर्व में 27 जून को प्रस्तावित दौरे में यहां खुले बगीचे में पीएम मोदी का संवाद होना था पर बारिश के कारण दौरा स्थगित हो गया था। अब यहां बनाए गए डोम में 132 खटिया पर आदिवासी समुदाय के लोग बैठेंगे। पहले यहां पीएम के लिए तखत की व्यवस्था थी लेकिन अब पीएम भी खटिया पर बैठकर ही संवाद करेंगे।
शनिवार को शहडोल जिले के पकरिया गांव में खटिया पर बैठ कर पीएम मोदी देसी अंदाज में आदिवासी समाज के लोगों, फुटबॉल क्लब के खिलाड़ियों, स्व-सहायता समूह की लखपति दीदियों, आयुष्मान कार्ड धारकों से संवाद करेंगे।
पीएम यहां आदिवासी समाज के साथ जमीन पर बैठ कर कोदो के भात, कुटकी की खीर खाएंगे। यह कार्यक्रम भारतीय परंपरा एवं संस्कृति के अनुसार होगा। पकरिया गांव के जनजाति समुदाय के भोजन में कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, साँवा, मक्का, चना, पिसी, चावल आदि अनाज शामिल है। इसलिए ग्रामीणों की पसंद का ध्यान रखते हुए पीएम मोदी के भोजन में इस क्षेत्र के कई पकवान शामिल किए गए हैं। पीएम मोदी इसके साथ ही शहडोल जिले के बुढार तहसील के लालपुर में भी जनसभा को संबोधित करेंगे।
इधर, दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के अवसर पर 17वीं भारतीय सहकारी कांग्रेस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी ने सभी को 17वें भारतीय सहकारी महा सम्मेलन की बहुत बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में मैं सबका स्वागत और अभिनंदन करता हूं। हमारा देश आज विकसित और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य पर कार्य कर रहा है और मैंने लाल किले से कहा कि हमारे हर लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सबका प्रयास जरूरी है। उन्होंने आगे कहा कि सहकारिता क्षेत्र से जुड़े जो मुद्दे वर्षों से लंबित थे, उन्हें तेजी सुलझाया जा रहा है. हमारी सरकार ने सहकारी बैंकों को भी मजबूती दी है। पिछले 9 वर्षों में स्थिति काफी बदल गई है। आज करोड़ों छोटे किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि मिल रही है। कोई बिचौलिया नहीं, कोई फर्जी लाभार्थी नहीं।