नई दिल्ली: भारत सोमवार को अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। वहीं, यह लगातार 9वीं बार होगा जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि इस दौरान पीएम मोदी देश के नाम कई बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। रविवार को उन्होंने विभीषिका स्मृति दिवस पर विभाजन के दौरान जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी थी।
देश को खोखला कर रहा है भ्रष्टाचार
पीएम ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के लिए एक निर्णायक दिशा में बढ़ रहे हैं। मैं लाल किले की प्राचीर से बड़ी जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है। हमें इसके खिलाफ लड़ाई को तेज करना है। आप मुझे आशीर्वाद दें और साथ दें ताकि इस लड़ाई को मैं लड़ पाऊं। इस जंग को देश जीत पाए और सामान्य नागरिकों की जिंदगी आन, बान शान से भर जाए। इसलिए मेरे देशवासियों यह चिंता का विषय है कि देश में भ्रष्टाचार के प्रति नफरत तो दिखती है, लेकिन कभी-कभी भ्रष्टाचारियों के प्रति नरमी बरती जाती है।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि किसी के पास रहने को जगह नहीं और किसी के पास चोरी का माल रखने की जगह नहीं है। बीते 8 सालों में डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर करते हुए हमने 2 लाख करोड़ रुपये की बचत की है। यह रकम गलत हाथों में जाते थे। जो लोग पिछली सरकारों में बैंकों को लूटकर भाग गए, उनकी संपत्तियां जब्त की जा रही हैं। उन्हें वापस लाने के प्रयास हो रहे हैं। भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कालखंड में हम कदम रख रहे हैं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ पीएम मोदी ने कर दिया खुला ऐलान
लाल किले से देश को संबोधित कर रहे पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘जिन्होंने देश को लूटा है, उन्हें लौटाना पड़े ऐसी स्थिति हम पैदा करेंगे।’ उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग में देशवासियों का सहयोग मांगा है।
पीएम मोदी ने किया मेड इन इंडिया तोप का जिक्र
पीएम ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत, यह हर नागरिक का, हर सरकार का, समाज की हर इकाई का दायित्व बन जाता है। यह सरकारी एजेंडा नहीं है। यह समाज का जन आंदोलन है, जिसे हमें आगे बढ़ाना है। आज जब यह आवाज हमने सुनी, जिसकी लिए कान तरस गए। उन्होंने कहा कि 75 साल के बाद लाल किले से ध्वज को सलामी देने का काम मेड इन इंडिया तोप ने किया है।
पीएम ने कहा- विरासत पर गर्व होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी विरासत पर हमें गर्व होना चाहिए। जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे। तभी तो ऊंचा ऊंड़ेंगे। जब हम ऊंचा उड़ेंगे, तो हम विश्व को भी समाधान दे पाएंगे।
मुझे लगता है कि आने वाले 25 सालों के लिए हमें अपने संकल्पों को 5 आधारों पर केंद्रित करना होगा। हमें उन पंच प्रण को लेकर 2047 में जब आजादी के 100 साल होंगे तो आजादी के दीवानों के सपनों को पूरा करना होगा।
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमें 5 बड़े संकल्प लेकर चलना होगा। इनमें से एक संकल्प होगा, विकसित भारत। दूसरा यह कि किसी भी कोने में गुलामी का अंश न रह जाए। अब हमें शत-प्रतिशत उन गुलामी के विचारों से पार पाना है, जिसने हमें जकड़कर रखा है। हमें गुलामी की छोटी से छोटी चीज भी नजर आती है तो हमें उससे मुक्ति पानी ही होगा।’
तीसरी प्रण शक्ति यह है कि हमें अपनी विरासत पर गर्व होना चाहिए। यही विरासत है, जिसने कभी भारत को स्वर्णिम काल दिया था। यही विरासत है, जो काल बाह्य छोड़ती रही है और नूतन को स्वीकारती रही है।
चौथा प्राण यह है कि देश में एकता रहे और एकजुटता रहे। देश के 130 करोड़ देशवासियों में एकता रहे। यह हमारा चौथा प्राण है। 5वां प्रण है नागरिकों का कर्तव्य। इससे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री भी बाहर नहीं हैं।