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मुंबई की हवा में घुलता ज़हर! निर्माण कार्य, वाहनों और कचरा जलाने से बिगड़ रही हवा

मुंबई: मुंबई में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। हाल के दिनों में मुंबई की हवा की गुणवत्ता चिंताजनक स्तर तक गिर गई है, जिससे सांस की बीमारियों और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ गया है।

निर्माण कार्य: शहर में बड़े पैमाने पर चल रहे निर्माण कार्यों से निकलने वाली धूल वायु प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। वाहनों से निकलने वाला धुआं: सड़क पर दौड़ते लाखों वाहन हानिकारक गैसों का उत्सर्जन करते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता प्रभावित होती है।

कचरा प्रसंस्करण: कचरा निपटान और प्रसंस्करण केंद्रों से निकलने वाले हानिकारक धुएं से भी वायु प्रदूषण बढ़ता है।

औद्योगिक उत्सर्जन: मुंबई और उसके आसपास स्थित विभिन्न उद्योगों से निकलने वाले धुएं और जहरीले तत्व शहर की हवा को और अधिक प्रदूषित कर रहे हैं।

कचरा जलाना: कई इलाकों में कचरा जलाने की प्रथा अभी भी जारी है, जिससे जहरीली गैसें निकलती हैं और हवा की गुणवत्ता को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचता है।

मुंबई की हवा लगातार खराब होती जा रही है, जिससे नागरिकों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सख्त उपायों की जरूरत है।

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