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कर्नाटक विस्फोट मामले के गवाह को धमकी के बाद पुलिस व खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर

चेन्नई : कर्नाटक में बम विस्फोटों से जुड़े एक मामले में एक गवाह को धमकी मिलने के बाद तमिलनाडु पुलिस की एलीट ‘क्यू’ शाखा और केंद्रीय खुफिया एजेंसियां अलर्ट पर हैं। कोयंबटूर के आर.एस. पुरम का निवासी के के. अरुचामी 2013 में कर्नाटक के मल्लेश्वरम में हुए एक विस्फोट का गवाह था, जहां वह एक पालतू जानवर की दुकान चला रहा था। अरुचामी ने अब तमिलनाडु पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि राशिद नाम के एक व्यक्ति ने उससे संपर्क किया था और आरोपी के खिलाफ अदालत में पेश होने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।

इस मामले में आरोपी इस्लामिक कट्टरपंथी किचन बुहारी, पुलिस फकरुद्दीन, पन्ना इस्माइल, वलयिल हकीम और सैत हैं। आरोपी कुछ ऐसे इस्लामिक संगठनों से जुड़े थे, जो खुफिया एजेंसियों के रडार पर थे।

कर्नाटक की एक अदालत में गवाह के रूप में पेश होने के बाद अरुचामी ने मंगलवार को कोयम्बटूर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी का नाम रहमतुल्लाह था।

‘क्यू’ शाखा पुलिस ने इस बात की जांच शुरू कर दी है कि क्या इस्लामिक कट्टरपंथी तमिलनाडु में भी गवाहों को धमकाते रहे हैं। गौरतलब है कि तमिलनाडु में हत्या, आगजनी, लोगों को घायल करने और दुकानों व प्रतिष्ठानों पर हमले के कई मामले दर्ज हैं और कई लोगों ने गवाह के रूप में पुलिस और अदालत के सामने गवाही दी थी।

केंद्रीय एजेंसियों ने यह भी जांच शुरू कर दी है कि क्या ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं और क्या कोई इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमलों से संबंधित मामलों में गवाह के रूप में अदालत के समक्ष पेश होने से पीछे हट गया है। 23 अक्टूबर को कोयंबटूर कार विस्फोट में 29 वर्षीय युवक जमीशा मुबीन की मौत हो गई थी।

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