नई दिल्ली: दिल्ली के कई स्कूलों में बम की धमकी भेजने के मामले में दिल्ली पुलिस ने एक 12वीं कक्षा के छात्र को हिरासत में लिया है। इस छात्र ने लगभग 23 स्कूलों को बम की धमकी वाले ईमेल भेजे थे, जो बाद में झूठे साबित हुए। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि छात्र ने जानबूझकर ये धमकियां दी थीं ताकि वह अपनी आगामी परीक्षा से बच सके। पुलिस के अनुसार, इस छात्र ने न सिर्फ अपने स्कूल, बल्कि कई अन्य स्कूलों को भी धमकी भरे ईमेल भेजे।
छात्र ने ऐसा इसलिए किया था ताकि उसकी पहचान छिपी रहे और उसे आसानी से पकड़ा न जा सके। उसने यह योजना बनाई थी कि इससे स्कूलों को खाली किया जाएगा और उसकी परीक्षा रद्द हो जाएगी, जिससे वह परीक्षा से बच सके। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि छात्र ने अपने ईमेल में बम विस्फोट की धमकी दी थी, हालांकि बाद में यह धमकियां पूरी तरह से झूठी पाई गईं। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में दिल्ली के स्कूलों और कॉलेजों में इस तरह की धमकियों के मामले सामने आए थे, जिससे छात्रों और शिक्षकों के बीच दहशत फैल गई थी।
इन धमकियों के कारण कई बार स्कूलों को खाली करना पड़ा था। हालांकि, ज्यादातर धमकियां झूठी साबित हुईं। पुलिस ने छात्र से पूछताछ की है और आगे की जांच जारी है। पिछले साल अक्टूबर में भी दिल्ली के रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास एक धमाका हुआ था, जिससे इलाके में दहशत फैल गई थी, हालांकि इस घटना में कोई जख्मी नहीं हुआ था। अब, इस नए मामले से यह सवाल उठता है कि ऐसे झूठे संदेशों के कारण कितना नुकसान हो सकता है और इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।