बैंक की किश्त भरने के लिए पुलिसकर्मी ने 6 महिला सिपाहियों को भेजी अश्लील फोटो, एसपी ने भेजा जेल
दस्तक डेस्क। हरदोई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है । जहां एक पुलिस सिपाही द्वारा बैंक लोन की किस्त भरने के लिए अपने ही महकमे की 6 महिला सिपाहियों को अश्लील फोटो भेजकर पैसों की मांग की गई और न दिये जाने पर फोटो वायरल करने की धमकी देते हुए उन्हे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया गया ।
ब्लैकमेलिंग का शिकार 6 महिला सिपाहियों मे से एक महिला सिपाही द्वारा परेशान होकर इसकी शिकायत साइबर थाने में की गई, जिसके बाद की गई जांच में सत्यता पाये जाने पर एसपी नीरज कुमार जादौन ने आरोपित सिपाही के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे निलंबित कर दिया गया तथ बाद मे गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया गया है।
महिला सिपाही द्वारा दर्ज एफआईआर के मुताबिक, एक व्यक्ति ने उसके मोबाइल पर उसकी अश्लील फोटो बनाकर भेजते हुए उससे रुपयों की मांग की । पुलिस जांच के दौरान वह नंबर कासिमपुर थाने में तैनात सिपाही विनय कुमार का निकला जोकि मूल रूप से गोंडा जिले का निवासी है। पुलिस द्वारा हिरासत मे लिए जाने के दौरान पूछताछ मे उसने बताया कि उसने बैंक से लोन ले रखा था, जिसकी किस्त वह समय पर नहीं चुका पा रहा था और इसी के चलते उसने महिला सिपाहियों को अश्लील फोटो भेजकर रुपये की मांग करने का प्लान बनाया । जिसके बाद उसने एक-एक कर छह महिला सिपाहियों को ब्लैकमेल करने का प्रयास किया।
पीड़ितों के लिए वरदान साबित होगा ई- साक्ष्य एप
एसपी नीरज कुमार जादौन ने जानकारी दी कि जिले मे तैनात हर पुलिसकर्मी के मोबाइल में ई-साक्ष्य एप डाउनलोड कराया गया है, जिसके तहत 25 निरीक्षक, 314 उपनिरीक्षक, 255 मुख्य आरक्षी, 762 आरक्षी और 275 महिला आरक्षी के मोबाइल में इस एप को डाउन लोड कराया गया है। इससे घटनास्थल पर गए पुलिसकर्मी तत्काल इसकी फोटो, वीडियो आदि सभी इसी एप में सेव कर सकेंगे, जोकि उनकी जांच में आगे काम आएंगे और पुलिस द्वारा मजबूत साक्ष्य एवं जांच के आधार पर दोषियों को सजा और पीड़ितों को न्याय जल्द मिल सकेगा ।
उन्होने बताया कि इससे पहले पुलिस को साक्ष्य जुटाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था, कभी फील्ड यूनिट की सहायता लेनी पड़ती थी तो कभी फोटो, वीडियो के लिए किसी कर्मचारी को लगाना पड़ता था।