टल गया सियासी संकट? गहलोत के समर्थन में 109 MLA, 16 पायलट के साथ
लखनऊ, 13 जुलाई, दस्तक (ब्यूरो): राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट अब थमता दिख रहा है। कांग्रेस विधायक दल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया और सोनिया-राहुल के नेतृत्व में विश्वास दिखाया है। कांग्रेस विधायक दल में प्रस्ताव पारित हुआ है कि बीजेपी के षड्यंत्रकारी मंसूबों को पूरा नहीं होने दिया जाएगा। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से एकजुट है। राजस्थान में अशोक गहलोत को 109 विधायकों का समर्थन है। इनमें से 104 वहां मौजूद हैं, जबकि पांच विधायकों ने समर्थन पत्र सौंपा है। वहीं सचिन पायलट के सपोर्ट में उन्हें मिलाकर कुल 17 विधायक हैं।पार्टी आलाकमान ने सचिन पायलट से वापस लौटने को कहा है। सचिन पायलट को पार्टी द्वारा भेजे गए संदेश में कहा गया है कि हम लोग आपको प्यार करते हैं, आपका सम्मान करते हैं। हम लोग खुले दिल से आपका स्वागत करते हैं। कृपया वापस आइए और बात कीजिए।
कांग्रेस के पांच बड़े नेताओं ने किया है फोन
इस बीच यह भी जानकारी मिली है कि सचिन पायलट को मनाने के लिए कांग्रेस के पांच बड़े नेताओं-राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, पी चिदंबरम और अहमद पटेल ने उनसे बात की है। सचिन पायलट को जयपुर जाने के लिए कहा गया है ताकि स्थानीय लेवल पर आगे की बातचीत हो सके। ये भी बताया जा रहा है कि सचिन पायलट अब बारगेनिंग के मूड में हैं। उन्होंने अपने समर्थक मंत्रियों को गृह और वित्त विभाग जैसे महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो देने की मांग की है। साथ ही प्रदेश अध्यक्ष का पद अपने पास रखने की शर्त भी जाहिर की है।
सचिन पायलट से वापस लौटने को कहा गया
राजस्थान में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने सोमवार को विश्वास जताया कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पायलट को ‘सच्चा कांग्रेसी’ बताया। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर कांग्रेस को अस्थिर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। शिवकुमार ने कहा, ‘नहीं, पायलट नहीं छोड़ेंगे। मुझे पूरा विश्वास है कि वह नहीं छोड़ेंगे। वह अपने पिता (राजेश पायलट) की तरह बहुत ईमानदार कांग्रेसी नेता हैं। उन्होंने पिछले छह-सात साल से पार्टी में अपना पूरा योगदान दिया है। उन्होंने राजस्थान राज्य इकाई अध्यक्ष के तौर पर भी पार्टी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है।’