महाराष्ट्र में सियासी संग्राम जारी, शरद पवार ने कविता के माध्यम से बीजेपी निशाना साधते हुए कही ये बात
मुंबई: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की महाराष्ट्र इकाई द्वारा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख को हिंदुओं से नफरत करने वाला व्यक्ति बताए जाने के एक दिन बाद शरद पवार (NCP Chief Sharad Pawar) ने कहा कि वह एक कविता की पंक्तियां पेश कर रहे हैं जो कामगार वर्ग की पीड़ा को उजागर करती हैं, लेकिन जो गलत सूचनाएं फैलाना चाहते हैं वे इसके लिए स्वतंत्र हैं।
भाजपा की राज्य इकाई ने सातारा में पवार के दिए गए भाषण का एक वीडियो बुधवार को जारी किया और दावा किया कि ‘‘नास्तिक शरद पवार ने हमेशा हिंदू धर्म से नफरत की है” और हिंदू देवी देवाताओं का अपमान किए बगैर उन्हें राजनीतिक सफलता हासिल नहीं हो पाती। इस पर पवार ने बृहस्पतिवार को पत्रकारों से कहा कि वह राठौर की कविता ‘पत्थरवत’ (स्टोन-कटर) की कुछ पंक्तियां पढ़ रहे हैं।
सोशल मीडिया के कुछ उपयोगकर्ताओं ने कहा कि पवार जवाहर राठौर की एक कविता का जिक्र कर रहे हैं जो जातिवाद के मुद्दे से संबंधित है। इस कविता में मूर्तिकार कहता है कि उसने अपनी छेनी से भगवान ब्रह्मा,विष्णु और महेश की मूर्तियां बनायी हैं और उन्हें मंदिर में प्राण प्रतिष्ठित किया गया है लेकिन वह स्वंय मंदिर में नहीं जा सकता क्योंकि वह पिछड़ी जाति से है।