सामाजिक कार्यकर्ताओं की गुगली पर बोल्ड हुए सियासी योद्धा
- स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्वम् सेवकों ने लिखा सेवा कार्य का नया अध्याय
- प्रशासनिक प्रयासों को दी ताकत तो सेवा मैदान में बने रहने को जूझते रहे सियासी दल?
कृष्ण कुमार द्विवेदी (राजू भैया): कोरोना महामारी की जंग में सामाजिक संगठनों एवं कार्यकर्ताओं की सेवा गूगली के आगे सियासत दान एवं सियासी योद्धा क्लीन बोल्ड होते नजर आए? यही नहीं स्वयंसेवी संस्थाओं एवं स्वयंसेवकों ने प्रशासनिक प्रयासों को खूब ताकत दी। सत्ता पक्ष हो या फिर विपक्ष दोनों सेवा मैदान में बने रहने के लिए अभी तक जूझते दिखाई दे रहे हैं?
देश में जब से कोरोना महामारी से जंग की शुरुआत हुई है तभी से सामाजिक संगठनों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा आम आदमी ने इसके विरुद्ध लड़ाई लड़ने के लिए ईमानदारी से मेहनत की है। बाराबंकी में अब तक सेवा कार्यों का जो पूरा दृश्य दिखाई दिया है उसमें इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता व सामाजिक संगठन भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। चुनाव के समय लाखों करोड़ों रुपया फूंकने वाले राजनीतिक दल अथवा नेता जमीनी स्तर पर इस दौरान सेवा कार्य में पिछड़ते नजर आए हैं?
जनपद के तमाम सामाजिक संगठन एवं भिन्न-भिन्न कर्मचारी तथा छात्र एवं धार्मिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान कोरोना जंग के बीच जरूरतमंदों की सेवा में लगातार बाजी मारी है। सेवा कार्यों के चलते ही कई ऐसे भी सामाजिक कार्यकर्ता जनपद में नजर आए हैं जिन्होंने कई लोगों को सेवा कैसे की जाती है इसकी शिक्षा तक दे डाली है।
कटु सत्य यह भी है कि जिला प्रशासन के सामाजिक सरोकारों के प्रयासों को भी सामाजिक संगठनों ने भरपूर ताकत प्रदान की है। तमाम संगठन एवं कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को भोजन के पैकेट एवं पानी तथा अन्य सामग्री भी उपलब्ध कराई है। जो कि आज भी जारी है।
इस बात को कहने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए कि यदि ऐसे संगठन अथवा सामाजिक जागरूक लोग इस जंग में सेवा के योद्धा बन कर न उतरते तो शायद आज जनपद में त्राहि-त्राहि मची हुई होती!सामाजिक कार्यकर्ता व संगठन गांव तक ही नहीं पहुंचे हैं बल्कि घर-घर तक उन्होंने पहुंचकर मास्क सहित अन्य तमाम सामग्री की व्यवस्था करके उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं में रत्नेश कुमार गौतम, चाय वाले भाई नितेश कुमार मिश्र, बाइक वाले भैया रितेश मिश्र एवं हैदरगढ़ में लक्ष्य फाउंडेशन के पियूष मिश्रा कई संगठनों से जुड़े मनीष ठाकुर, सुबेहा के रामदेव सिंह, त्रिवेदीगंज की पूर्व ब्लाक प्रमुख सुनील सिंह एवं प्रधान संघ के अध्यक्ष सचिन सिंह, जेबीएस ग्रुप के अंगद सिंह,फहीम सिद्दीकी हारून राईन सहित कई ऐसे प्रमुख नाम है जिन्होंने नर नारायण सेवा में खूब योगदान दिया ।
विभिन्न व्यापार मंडल संगठनों के पदाधिकारी एवं व्यापारी तथा जागरूक नागरिक एवं ग्रामीण, कांवर संघ तथा दुर्गा पूजा समितियों व बाबा उमाकांत जी महाराज की जयगुरुदेव संगत से जुड़े हुए स्वयंसेवक सहित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बड़ी टीम जरूरतमंदों की सेवा में जनपद की लाज बजाती नजर आई है। यही नहीं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया, पूजा देवी आदि कई लोग भी सोशल मीडिया के माध्यम से गीतों एवं सीधी लाइव चर्चा से भी समाज में जागरूकता फैलाते व समाज की सेवा करते नजर आए हैं। इन सभी सामाजिक रणबांकुरो का सेवा कार्य आज भी जारी है।
जनपद के राजनीतिक दलों की यदि हम बात करें तो भाजपा एवं समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के कार्यकर्ता इस दौरान सेवा कार्यों की मुहिम को गति प्रदान करने में जुटे दिखाई दिए। भाजपा के सांसद उपेंद्र रावत, विधायक सतीश शर्मा एवं साकेंद्र वर्मा, बैजनाथ रावत सहित कई प्रतिनिधि तथा प्रमुख पदाधिकारी समाज में दिखे ।
तो वहीं दूसरी ओर दल के जिला अध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव पार्टी नेतृत्व के निर्देशों का पालन करते नजर आए। खास बात यह भी है कि भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री सिद्धार्थ अवस्थी ने स्वयं पर्दे के पीछे रहते हुए तमाम युवाओं को सामाजिक कार्य में आगे किया तथा राहत सामग्री की व्यवस्था करके उसे जरूरतमंदों तक पहुंचाया।
इसके अलावा समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री अरविंद सिंह गोप के अलावा हर्षित राजकुमार, अशोक सिंह, विधायक सुरेश यादव, एमएलसी राजेश यादव तथा सिपाही लाल यादव, जावेद खान सहित कई अन्य नेता भी जनता के बीच दिखे। वही कांग्रेस के युवा नेता पूर्व लोकसभा प्रत्याशी तनुज पुनिया,सूरज दीक्षित सियाराम यादव,मोहम्मद मोहसिन , विजयपाल गौतम भी अपनी टीम के साथ जनता के साथ खड़े नजर आए।
सत्ता पक्ष प्रशासनिक अधिकारियों की जुगलबंदी के साथ सेवा कार्यों की मुहिम का संदेश जनता में देते रहने का प्रयास करता दिखा ?तो वहीं विपक्ष के नेता भी अपने स्तर पर सेवा कार्य को करके इसे काफी आगे बढ़ाने की मुहिम में देखें। इस दौरान यदि उपरोक्त सभी सेवादारों की सेवा पर ध्यान दिया जाए तो सामाजिक संगठनों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं की सेवा गुगली के आगे सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के नेता क्लीन बोल्ड होते दिखे हैं?
जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार वर्मा की अगुवाई में सामुदायिक सहकारी रसोई भी खासा चर्चित रही। वहीं केदारनाथ सेवा समिति एवं बाबा बर्फानी समिति के लोग भी भोजन के पैकेट वगैरह बांटते नजर आए।
गौरतलब यह है कि चुनाव के समय लाखों करोड़ों रुपया फूंक देने वाले राजनीतिक दल, नेता इस महामारी की जंग में अपने उस चुनावी जुनून के हिसाब से सेवा करते नजर नहीं आए जिस की जनता ने उम्मीद की थी? हां यह जरूर रहा कि कुछ गांव में जरूर सेवा कार्य को करने का जज्बा संभावित प्रधान पद के प्रत्याशियों में नजर आया?
सेवा के क्षेत्र में बलिदान हो गए अजय चतुर्वेदी
जरूरतमंदों की सेवा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यवाह दिवंगत अजय कुमार चतुर्वेदी का नाम सेवा के क्षेत्र में बाराबंकी ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में अमर हो गया। प्रारंभ से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के इस योद्धा ने जरूरतमंदों के आंसुओं को पोछने का जो बीड़ा उठाया वह लगातार जारी रहा।
एक दर्दनाक सड़क हादसे में मौत का शिकार हुए दिवंगत अजय कुमार चतुर्वेदी ने सेवा कार्यों को करते हुए जो बलिदान दिया है उसे बाराबंकी जनपद शायद कभी भुला नहीं पाएगा ।यही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अन्य तमाम स्वयं सेवकों एवं पदाधिकारियों में वैचारिक सेवा प्रतिबद्धता को दिवंगत चतुर्वेदी का बलिदान और भी मजबूती प्रदान कर गया है। संघ से जुड़े राजकुमार शर्मा, इंद्र कुमार श्रीवास्तव ,विजय हिंदुस्तानी, राम दास गुप्ता, शिव कुमार गुप्ता, संतोष सिंह जैसे ऐसे तमाम स्वयंसेवक हैं जो दुखी होते हुए भी एवं अपने प्रिय साथी को खो देने के बाद भी जरूरतमंदों की सेवा में जुटे हुए हैं।