इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन मप्र के लिए असाधारण अवसर: CM शिवराज सिंह चौहान
भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस का इंदौर में आयोजन प्रदेश के लिए असाधारण अवसर है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी आएंगे। हम सबको इस कार्यक्रम की बेहतर तैयारी करना चाहिए। कार्यक्रम रोचक बनाने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में मध्यप्रदेश की विशेषताओं पर केन्द्रित प्रस्तुतिकरण जरूर हो। मध्यप्रदेश को यह सुनहरा मौका मिला है।
मुख्यमंत्री चौहान बुधवार शाम को अपने निवास पर 8 से 10, जनवरी 2023 को इंदौर में होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले दिन 8 जनवरी को यूथ प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा। अगले दिन 9 जनवरी को 17वीं प्रवासी भारतीय दिवस कन्वेंशन-2023 का शुभारंभ होगा और 10 जनवरी को 17वीं प्रवासी भारतीय दिवस कन्वेंशन का समापन होगा। इसमें राष्ट्रपति की सहभागिता होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम में आने वाले प्रतिनिधि प्रदेश की प्रशंसा करते हुए वापस जाएं। इसके लिए भरपूर प्रयास हों। इसमें किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जाए। कार्यक्रम के लिए स्थापित कॉल सेंटर पर बात करने के बाद मध्यप्रदेश आने के लिए लोग लालायित हों। केन्द्र सरकार के निर्देशों का पालन भी सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर की साफ-सफाई की चर्चा दुनिया भर में है। उसी के अनुरूप स्वच्छता का भी ध्यान रखा जाए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं प्रवासी भारतीय विभाग मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन शिव शेखर शुक्ला, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी उपस्थित थे।
बताया गया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 11-12 जनवरी 2023 को होगी। इसमें 9 सेक्टरों पर केन्द्रित 14 सेशन होंगे, जिसमें उद्योगपतियों से सीधा संवाद भी होगा। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इसके लिए आमंत्रण भेजना शुरू कर दिए जाएं। समिट में 17 देशों को आमंत्रित किया गया है। एमपीआईडीसी के एमडी मनीष सिंह ने तैयारियों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समापन कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल शामिल होंगे। प्रदेश के उत्पादों की मार्केटिंग में कोई कमी नहीं रहे। कार्यक्रम के पहले वर्चुअल इन्वेटर रोड-शो भी किया जाये।
मुख्यमंत्री 24 नवम्बर को बेंगलुरू में उद्योगपतियों से वन-टू-वन मीटिंग करेंगे। कार्यक्रम में इंटरेक्टिव सेशन होगा, जिसमें मध्यप्रदेश में पूंजी निवेश की संभावनाओं पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम की बेहतर तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि वे अपनी क्षमताओं का पूरा उपयोग कर कार्यक्रम की तैयारियाँ सुनिश्चित करें।