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भारत लौटे प्रवीण ने बतायी काबुल एयरपोर्ट ब्‍लास्‍ट की आपबीती

नई दिल्ली। अफगानिस्तान (Afghanistan) की राजधानी काबुल (Kabul) गुरुवार को एक के बाद एक दो आत्मघाती हमलों से दहल गई। काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) पर हुए विस्फोटों (Blasts) में अभी तक 13 लोगों के मौत (13 death) की खबर सामने आई है जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। 22 अगस्त के दिन काबुल एयरपोर्ट से भारत लौटे प्रवीण अफगान की सुरक्षा एजेंसी (Afghan security agency) के लिए काम करते थे। उन्होंने बताया कि इस वक्त वहां का मंजर भयावह है। एयरपोर्ट के हालात बहुत खराब हैं। हजारों लोग मुल्क छोड़ना चाहते हैं और कई कई दिनों से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। प्रवीण ने बताया कि जिस जगह पर ब्लास्ट हुआ वह भी बिल्कुल उसी जगह पर बैठे थे और फ्लाइट का इंतजार कर रहे थे। 17,18,19 तक वह वहीं एयरपोर्ट पर ही बैठे रहे।

उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर एंबेसी का गेट है और उसके बाहर पूरे तालिबानी खड़े हुए हैं। वो लोग औरतों को, बच्चों को और वहां पर रहने वाले सिविलयन्स को मार रहे हैं। प्रवीन ने बताया कि एयरपोर्ट तक जाना बहुत मुश्किल भरा था। हर जगह तालिबानी मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि जहां पर वो ठहरे हुए थे वहां से एयरपोर्ट केवल एक किलोमीटर था। सुबह 7 बजे ये लोग एयरपोर्ट पहुंच गए लेकिन तालिबानियों ने 1 बजे तक वहां बैठाए रखा।

प्रवीण ने बताया कि न्यूज चैनलों में जैसा नजर आ रहा है वहां के हालात उससे भी ज्यादा नाजुक होंगे। जानकारी मिल रही है कि 77 लोग घायल हुए हैं लेकिन मुझे लगता है कि ये आंकड़ा कम बताया जा रहा है। जिस जगह पर ब्लास्ट हुए हैं वहां पर बहुत भीड़ थी। प्रवीण ने बताया कि ये आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है क्योंकि वहां पर इतनी भीड़ थी सिर्फ लोगों के सिर ही दिख रहे थे। वहां के हालात हम बता नहीं सकते बस हर अफगानी अपना मुल्क छोड़ना चाहता है।

दरअसल काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार शाम को हुए लगातार दो विस्फोट में कई लोगों के मारे जाने की खबर है। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि दूसरा धमाका यूएस आर्मी के सैनिकों को निशाना बनाकर किया गया था। पेंटागन ने बताया कि काबुल हवाई अड्डे के पास स्थित बैरन होटल में या उसके करीब अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाकर एक औऱ धमाका किया गया है। इसमें कई अमेरिकी सैनिक और आम नागरिक हताहत हुए हैं। हालांकि, अमेरिका ने अभी तक किसी के मौत की पुष्टि नहीं की है। उधर, राष्ट्रपति जो बाइडन कई बार चेतावनी दे चुके हैं कि अगर अमेरिकी नागरिकों पर हमला किया जाता है तो वह तुरंत और कड़ी सैन्य प्रतिक्रिया देंगे।

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