नई दिल्ली : तीन दिनों और तीन महीनों की अवधि में बादाम को लेकर किए गए दो नए शोध अध्ययनों प्री-डायबिटीज और अधिक वजन/मोटापा की समस्या से जूझ रहे एशियाई भारतीयों में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के फायदे के बारे में बताते हैं। तीन महीने तक बादाम के सेवन के नतीजे चौंकाने वाले रहे। शोध में शामिल करीब एक चौथाई (23.3%) लोगों ने प्री-डायबिटीज या ग्लूकोज टॉलरेंस को पलटते हुए सामान्य ब्ल्ड शुगर की स्थिति को हासिल कर लिया। डॉ. अनूप मिश्रा और डॉ. सीमा गुलाटी के शोध अध्ययन बताता है कि कैसे भोजन से पहले बादाम खाने से प्री-डायबिटीज वाले कुछ लोगों में ब्लड शुगर के स्तर में सुधार हुआ।
दोनों अध्ययनों में, अध्ययन अवधि के दौरान नाश्ते, दोपहर के भोजन और रात के खाने से 30 मिनट पहले 60 लोगों ने एक छोटी मुट्ठी भर 20 ग्राम (0.7 औंस) बादाम खाया। शोधकतार्ओं ने इन बादाम संबंधित अध्ययनों के प्रति उत्साह व्यक्त करते हुए आहार उपचार को ‘दवा की कब्र’ करार दिया, जो प्री-डायबिटीज को पलटने वाला रहा। बादाम को शामिल करने जैसी आहार रणनीतियों के माध्यम से समय के साथ बेहतर ग्लूकोज नियंत्रण मधुमेह की प्रगति को रोकने में मदद कर सकता है। प्रीडायबिटीज वाले लगभग 70% व्यक्ति अपने जीवनकाल में मधुमेह के मरीज बन जाएंगे। दोनों अध्ययन रैंडमाइज्ड कंट्रोल्ड परीक्षण थे, जिसे आमंड बोर्ड आफ कैलिफोर्निया की फंडिंग मिली। शोधकतार्ओं ने यह परिकल्पना करते हुए माना कि प्रमुख भोजन से पहले बादाम का नाश्ता, जिसे ‘प्रीलोडिंग’ के रूप में जाना जाता है, भोजन के बाद ग्लूकोज और इंसुलिन के उतार-चढ़ाव को कम करेगा और नियंत्रण आहार की तुलना में समग्र हाइपरग्लेसेमिया को कम करेगा। सामने आए नतीजे अलग-अलग आबादी पर हुए शोध के निष्कर्षों के पूरक हैं कि कैसे बादाम एक संतुलित आहार के हिस्से के रूप में स्वस्थ ब्लदड शुगर का समर्थन करता है।
प्रमुख लेखक और फोर्टिस-सी-डॉक सेंटर आफ एक्सीलेंस फॉर डायबिटीज, मेटाबोलिक रोग और एंडोक्रॉइनोलॉजी (नई दिल्ली) के प्रोफेसर व अध्यक्ष डॉ. अनूप मिश्रा ने कहा, हमारे अध्ययनों के नतीजे बताते हैं कि आहार रणनीति के तहत बादाम ब्लयड ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करने में एक महत्वपूर्ण अंतर हो सकता है। इन परिणामों से पता चलता है कि प्रत्येक भोजन से पहले बादाम के एक छोटे हिस्से के सेवन से भारत में एशियाई भारतीयों में केवल तीन दिनों में ग्लाइसेमिक नियंत्रण में तेजी से और काफी सुधार हो सकता है। मौखिक ग्लूकोज लोड से 30 मिनट पहले 20 ग्राम बादाम खाने से ब्लाड शुगर और हार्मोन में उल्लेखनीय कमी देखी गई। बादाम के फाइबर, मोनोअनसैचुरेटेड वसा, जस्ता, और मैग्नीशियम के पोषण संबंधी तत्व बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण प्रदान करने और भूख को कम करने में मदद करने के लिए मिलकर काम करते हैं। उन्होंने कहा, हमारे परिणाम प्री-डायबिटीज की प्रगति को कम करने और लोगों को सामान्य ग्लूकोज स्तर में वापस लाने के लिए एक आशाजनक आहार रणनीति प्रदान करते हैं। उनके सहयोगी भी इससे सहमत हैं। न्यूट्रिशन रिसर्च ग्रुप, नैशनल डायबिटीज, ओबेसिटी एंड कोलेस्ट्रॉल फाउंडेशन की प्रमुख डॉ. सीमा गुलाटी ने कहा, डायबिटीज के बढ़ते प्रसार को देखते हुए, प्रमुख भोजन से 30 मिनट पहले बादाम खाने जैसी आहार रणनीतियां भोजन के बाद ब्ल ड शुगर के स्तर में वृद्धि को कम करने का एक अच्छा विकल्प प्रदान करती हैं।