कोरोना की मार के चलते प्रीमियर हैंडबॉल लीग पोस्टपोन
स्पोर्ट्स डेस्क : कोरोना वायरस की मार से खेलो की दुनिया पर काफी असर पड़ रहा है और कई टूर्नामेंट या तो रद्द हुए है या पोस्टपोन हुए है. हाल ही में प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के टलने के बाद अब इसका असर प्रीमियर हैंडबॉल लीग (पीएचएल) पर भी पड़ गया है
और सख्त कोविड प्रोटोकॉल और खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हैंडबॉल फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एचएफआई) ने आधिकारिक लाइसेंस धारक पीएचएल इंडिया स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर इस लीग को स्थगित करने का फैसला लिया है.
पहले पीएचएल के पहले सीजन का आयोजन 24 दिसंबर से लेकर 10 जनवरी तक जयपुर में होना तय हुआ था लेकिन अब इसका कार्यक्रम फिर जारी किया जायेगा और अब इस लीग का आयोजन अगले साल की शुरुआत में करना तय किया गया है और जल्द ही इसकी नयी तारीखों की घोषणा की जाएगी.
एचएफआई के उपाध्यक्ष आनंदेश्वर पाण्डेय ने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. हम तय कार्यक्रम के अनुसार लीग के पहले सीजन का आयोजन करना चाहते थे, लेकिन सुरक्षा दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए मौजूदा स्थिति हमें यह सब करने की अनुमति नहीं दे रही है.
कोई भी ढिलाई हमारे खिलाड़ियों और इसमें शामिल अन्य लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डालेगी, जोकि हम कभी नहीं चाहते हैं. हमने अगले साल के शुरुआत तक के लिए लीग की तारीखों को फिर से जारी करने का कठिन निर्णय लिया है और उम्मीद है कि तब तक स्थिति में सुधार होगा और परिस्थितियां खेल टूर्नामेंटों के आयोजन के अनुकूल होगी.
मौजूदा कोविड-19 महामारी की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए पीएचएल का पहला सीजन बिना दर्शकों के ही खेला जाएगा और इसमें भाग लेने वाले खिलाड़ियों को लीग शुरू होने से पहले अनिवार्य रूप से सात दिन तक क्वारंटाइन में रहना होगा. किसी भी आपात स्थिति में स्थानापन्न खिलाड़ियों, प्रसारण कर्मचारियों और अन्य सहायक कर्मचारियों के साथ एक सुरक्षित वातावरण बनाए रखने के लिए अत्यंत सावधानी बरती जाएगी.
18 दिनों तक चलने वाले इस मेगा इवेंट में खिलाड़ियों, अधिकारियों, आयोजकों, मालिकों और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों सहित लगभग 350 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है और मौजूदा राज्य प्रोटोकॉल के अनुसार, एक खेल टूर्नामेंट के लिए एक बार में 100 से अधिक लोगों के एकत्रित होने की अनुमति नहीं है.
पीएचएल की सीईओ मृणालिनी शर्मा ने कहा कि लीग से पहले बायो बबल सिक्योर करने के लिए हमारी पूरी टीम कड़ी मेहनत कर रही है. लेकिन 350 से अधिक लोगों की भागीदारी के साथ, इतने कम समय में सुरक्षित वातावरण बनाने और सुरक्षा योजनाओं को लागू करना मुश्किल है. लीग की तारीखें फिर से घोषित होने से हमें चीजों को सही से करने और अपने खिलाड़ियों तथा अन्य हितधारकों के लिए सर्वोत्तम और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए अधिक समय मिलेगा
पीएचएल के सीजन-1 में छह टीमें भाग लेगी, इन छह टीमों में तेलंगाना टाइगर्स, यूपी आइकन, महाराष्ट्र हैंडबॉल हसलर्स, किंगहॉक्स राजस्थान, बंगाल ब्लूज़ और पंजाब पिटबुल शामिल हैं, जो खिताब के लिए एक-दूसरे से भिड़ेगी. पीएचएल के पहले सीजन में 80 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे और प्रत्येक टीम में 14 खिलाड़ी होंगे.
पीएचएल लीग के आने से देश में हैंडबॉल में क्रांति आएगी क्योंकि इस लीग का मकसद ओलंपिक खेल को विकसित करना और इसे अगले स्तर पर ले जाना तथा वैश्विक स्तर पर भारतीय एथलीटों का विकास और सफलता सुनिश्चित करना है. बताते चले कि प्रीमियर हैंडबॉल लीग (पीएचएल) के पहले सीजन में उत्तर प्रदेश, पंजाब, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, राजस्थान और तेलंगाना का प्रतिनिधित्व करने वाली छह टीमें भाग लेगी. प्रत्येक टीम में दो एशियाई और एक यूरोपीय खिलाड़ी सहित 14 खिलाड़ी होंगे.
हालांकि कोरोना महामारी और यात्रा संबंधी प्रतिबंधों के कारण पहले सीजन में केवल सभी भारतीय खिलाड़ी ही होंगे. अगले दशक में पीएचएल को विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय हैंडबॉल महासंघ, एशियाई हैंडबॉल महासंघ और एचएफआई द्वारा हैंडबॉल में प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए खेल मंत्रालय से लाइसेंस प्राप्त है.
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