गाजा पट्टी पर जमीनी हमले की तैयारी, खौफ में 11 लाख लोग, पलायन करने को मजबूर
जेरुसलम : एक सप्ताह पहले हमास के आतंकवादियों ने इजरायल (Israel) पर हमला (attack) कर दिया था। इजरायल के लिए यह गहरा आघात साबित हुआ। इसके बाद उसने हमास को पूरी तरह से खत्म करने की कसम खा ली है। पहले उसने गाजापट्टी पर एयरस्ट्राइक (Airstrike on Gaza Patti) किया। अब जमीनी हमले की भी तैयारी कर ली है। इसके लिए उसने गाजा के दक्षिणी हिस्सो को खाली करने के लिए लोगों को 24 घंटे का समय दिया था। आपको बता दें कि इस इलाके में करीब 11 लाख से अधिक लोग रहते हैं।
इजरायली सेना ने इस इलाके में पर्चे गिराकर उन्हें उत्तर की तरफ शिफ्ट होने के लिए कहा। वहीं, हमास ने फिलिस्तिनियों से अपने स्थानों पर बने रहने की अपील की है। हालांकि, इजरायली हमले के खौफ से ज्यादातर लोग वहां से पलायन कर गए हैं, या फिर इस प्रक्रिया में लगे हुए हैं।
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी कि गाजा की लगभग आधी आबादी को सामूहिक रूप से पलायन करने का निर्देश देना विनाशकारी साबित होगा। उसने इजरायल से अपने आदेश पर पाबंदी लगाने का आग्रह किया है। आपको बता दें कि इजरायल की पर्ची मिलते ही फिलिस्तिनी लोग पूरे दिन कारों, ट्रकों और गधा गाड़ियों में अपने-अपने परिवारों और संपत्तियों को लेकर गाजा शहर के बाहर मुख्य सड़क पर आ गए।
इजरायल के उत्तरी गाजा खाली करने के आदेश पर संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया पर इजरायली राजदूत गिलाद एर्दन ने आपत्ति जताई है। एर्दन ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की प्रतिक्रिया शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि इजरायल, गाजा के लोगों को पहले सचेत करना चाहता है। हमास के खिलाफ ऑपरेशन में बेकसूरों की मौत नहीं चाहता है। एर्दन ने अपने कार्यालय से एक नोट में कहा कि कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र ने हमास के कृत्यों को लेकर अपनी आंखें मूद ली है। अब इजराइल की तरफ खड़े होने के बजाय, इजरायल को उपदेश दिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र के लिए बेहतर होगा कि वह बंधकों को लौटाने, हमास की निंदा करने और इजरायल के अपनी अधिकारों की रक्षा का समर्थन करने पर ध्यान केंद्रित करे।
आपको बता दें कि इजरायल की सेना ने गाजा शहर के आसपास हमास के भूमिगत ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई है। वहीं, फिलिस्तीनियों और मिस्र के कुछ अधिकारियों को डर है कि इजरायल गाजा के लोगों को मिस्र के साथ दक्षिणी सीमा से बाहर धकेलना चाहता है। हमास ने अपने लोगों से इजरायल के इस आदेश को नजरअंदाज करने के लिए कहा है। वहीं, अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि वे मरीजों को नहीं छोड़ सकते हैं। पिछले हफ्ते इजरायल के लगातार हमलों ने गाजा के बड़े हिस्से को तबाह कर दिया है। भोजन, पानी और चिकित्सा आपूर्ति को भी बंद कर दिया गया है।