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श्रीलंका: संकटों के बीच आज राष्ट्रपति चुनाव, 44 साल में पहली बार बिना जनादेश के ‘इलेक्शन’

नई दिल्ली. श्रीलंका (Srilanka) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में आज यानी 20 जुलाई को राष्ट्रपति पद (Presential Election In Srilanka) के लिए जरुरी मतदान होगा। नए राष्ट्रपति नवंबर 2024 तक पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे के शेष कार्यकाल के लिए पद पर रहेंगे। इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में रानिल विक्रमसिंघे, पूर्व शिक्षा मंत्री दुल्लास अलहप्परुमा और वामपंथी नेता अनुरा दिसानायके के बीच मुकाबला होगा। बता दें कि अलहप्परुमा को श्रीलंका में विपक्षी दलों का भी समर्थन प्राप्त है।

गौरतलब है कि देश में अब तक के सबसे भीषण आर्थिक संकट से निपटने में नाकाम रहने पर भड़के भीषण विरोध प्रदर्शनों के चलते देश छोड़कर भागे गोटबाया राजपक्षे के राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद आज नए राष्ट्रपति के लिए चुनाव होगा। वहीं मिली जानकारी के अनुसार, सत्तारूढ़ श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (SLPP) पार्टी के अधिकतर सदस्य इससे अलग हुए गुट के नेता अल्हाप्पेरुमा को राष्ट्रपति पद के लिए और प्रमुख विपक्षी नेता सजित प्रेमदासा को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने के पक्ष में हैं। हालांकि यहां के विश्लेषकों का मानना ​​है कि 73 वर्षीय विक्रमसिंघे फिलहाल आगे चल रहे हैं।

जान लें कि, श्रीलंका (Srilanka) में फिलहाल गहराया आर्थिक संकट अब नई शिखर पर है। वहीं इस बढ़े हुए महंगाई के चलते अब लोगों के खाने पर भी भयंकर आफत आ चुकी है। दरअसल मामले पर विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP)के अनुसार, देश में फिलहाल 60 लाख से अधिक लोगों पर खाने का संकट मंडरा रहा है। वहीं आज 20 जुलाई को इन सबके बीच नए राष्ट्रपति के चुना जाना है। इसमें ख़ास बात यह है कि श्रीलंका के इतिहास में यह पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की नियुक्ति सांसदों द्वारा होगी, न कि किसी लोकप्रिय जनादेश द्वारा।

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