नई दिल्ली : मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष की रेस में आमने-सामने शशि थरूर ने चुनाव की निष्पक्षता पर ही सवाल उठा दिए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं पर उनके प्रतिद्वंद्वी मल्लिकार्जुन खड़गे को वोट देने का दबाव है। इससे पता लगता है कि इस चुनाव में असमानता और निष्पक्षता की कमी है। हालांकि थरूर ने आगे स्पष्ट किया कि इसके पीछे न तो गांधी परिवार है और न ही चुनाव प्राधिकरण।
कांग्रेस अध्यक्ष पद पर वोटिंग आगामी 17 अक्टूबर को होनी है। इस पद पर सिर्फ दो कद्दावर नेता ही आमने-सामने हैं। एक तरफ 80 साल की उम्र पार कर चुके पार्टी के भीष्म पितामाह मल्लिकार्जुन खड़गे और दूसरी तरफ हैं युवा नेता शशि थरूर। हालांकि पार्टी सूत्रों का कहना है कि चुनाव सिर्फ नाम के लिए किया जा रहा है। अध्यक्ष पद के लिए खड़गे ही निर्वाचित होंगे। कहा तो यहां तक जा रहा है कि गांधी फैमिली का सपोर्ट भी खड़गे के साथ है। यही वजह है कि ज्यादातर नेताओं खासकर जी-23 के असंतुष्ट खेमे ने भी खड़गे को अपना समर्थन दिया है।
इस बीच चुनाव प्रचार के दौरान एनडीटीवी से बात करते हुए केरल के सांसद शशि थरूर ने यह कहकर पार्टी में हंगामा मचा दिया है कि कुछ नेताओं पर खड़गे को वोट देने का दबाव है। थरूर आगे कहते हैं कि इससे संकेत मिलते हैं कि इस चुनाव में काफी असमानता है और निष्पक्षता पर भी सवाल उठता है।