प्रधानमंत्री मोदी बीना रिफाइनरी में इथिलीन क्रैकर परियोजना का शिलान्यास करेंगे
भोपाल : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 सितम्बर को बीना रिफाइनरी में इथिलीन क्रैकर परियोजना का शिलान्यास करेंगे। वर्ष 2028 तक इस इकाई में व्यवसायिक उत्पादन प्रारंभ हो जायेगा। यह परियोजना पर्यावरण के अनुकूल है। इस इकाई में पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव डालने के उद्देश्य से उन्नत एवं मॉर्डन तकनीकों का उपयोग किया जायेगा। यह योजना बीना के पास बुंदेलखंड क्षेत्र में एक मेगा पेट्रोकेमिकल पार्क के विकास की संभावनाओं को भी जन्म देगी।
यह परियोजना निर्माण चरण के दौरान अनुमानित 15,000 रोजगार अवसरों के सृजन के साथ क्षेत्र में रोजगार और कौशल विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी। इससे प्रस्तावित डाउनस्ट्रीम पेट्रोकेमिकल पार्क और सहायक व्यवसायों के साथ 2 लाख 77 हजार प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इस परियोजना में 1.2 एमएमटीपीए एथिलीन क्रैकर कॉम्प्लेक्स, डाउनस्ट्रीम एथिलीन और प्रोपलीन आधारित पेट्रोकेमिकल संयंत्रों का निर्माण और बीपीसीएल की बीना रिफाइनरी क्षमता का 7.8 एमएमटीपीए से 11 एमएमटीपीए तक पर्याप्त विस्तार शामिल है। नेफ्था, एलपीजी, केरोसीन आदि सहित कैप्टिव फीडस्टॉक का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए एथिलीन क्रैकर कॉम्प्लेक्स को बीना रिफाइनरी के साथ एकीकृत किया जाएगा, जिससे इसकी दक्षता और स्थिरता में वृद्धि होगी। पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स में कई ग्रेड के लगभग 2.2 एमएमटीपीए पेट्रोकेमिकल का उत्पादन होगा।
इस परियोजना में रैखिक कम घनत्व पॉलीथीन (एलएलडीपीई), उच्च घनत्व पॉलीथीन (एचडीपीई), और पॉलीप्रोपाइलीन (पीपी) सहित आवश्यक पॉलिमर उत्पादों का उत्पादन होगा। पॉलिमर के अलावा, यह परियोजना बेंजीन, टॉल्यूईन और मिश्रित जाइलीन जैसे महत्वपूर्ण सुगंधित पदार्थों का भी उत्पादन करेगी, जो डाउनस्ट्रीम उद्योगों में इसके योगदान को और बढ़ाएगी। बीना में 50000 करोड़ रुपये की यह अभूतपूर्व परियोजना भारत के पेट्रोकेमिकल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण निवेश है। यह पहल “आत्मनिर्भर भारत” मिशन के ही अनुरूप है, क्योंकि यह पेट्रोकेमिकल उत्पादों की कमी को पूरा करेगी जिससे वार्षिक विदेशी मुद्रा की बचत होगी।
10 औद्योगिक परियोजनाएं की रखेंगे आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी बीना परियोजना के साथ ही प्रदेश की 10 नयी औद्योगिक परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। इसके अंतर्गत लगभग 1.02 लाख करोड़ का नया निवेश आएगा और 2.37 लाख नए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। नर्मदापुरम जिले में 227.54 एकड़ में विद्युत एवं नवकरणीय ऊर्जा उपकरण विनिर्माण औद्योगिक क्षेत्र। यह पार्क ₹3,300 करोड़ के निवेश को आकर्षित करेगा और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 6,600 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इंदौर में दो नए आईटी पार्क का शिलान्यास भी होगा। यह नए आई टी पार्क्स, आईटी और आईटीईएस क्षेत्र में परिवर्तनकारी बदलाव लायेगा। इन पार्क्स में 5,000 करोड़ रुपये का निवेश आने की संभावना है, जिससे 25,000 युवाओं को रोजगार मिलेगा।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे के समीप होने के कारण रतलाम में मेगा इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण किया जा रहा है, जो मालवा क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा। यह मेगा इंडस्ट्रियल पार्क कपड़ा, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स आदि सेक्टर्स के लिए एक बड़े केंद्र के रूप में उभरेगा और कुल 75,400 करोड़ रूपये निवेश को आकर्षित करेगा एवं प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 1,72,000 व्यक्तियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
शाजापुर, गुना, मऊगंज, आगर मालवा, नर्मदापुरम और मक्सी में छह नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं जिसका उद्देश्य राज्य में संतुलित क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा देना है। इन परियोजनाओं से लगभग 16,500 करोड़ रूपये से अधिक निवेश आकर्षित होगा और 33,000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।