अग्निपथ विवाद पर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- कुछ फैसले अनुचित लग सकते हैं, पर राष्ट्र निर्माण के लिए वे अहम होते हैं
बेंगलरू: अग्निपथ रक्षा भर्ती योजना (Agnipath Yojana) के खिलाफ कई राज्यों में आक्रोश जारी है। इस बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को कहा कि, कई निर्णय पहले अनुचित लग सकते हैं, लेकिन बाद में राष्ट्र निर्माण में मदद करते हैं।
पीएम मोदी ने बेंगलुरु में एक सार्वजनिक संबोधन में कहा, “वर्तमान में कई फैसले अनुचित लगते हैं। समय के साथ, वे फैसले राष्ट्र के निर्माण में मदद करेंगे।” बता दें कि, प्रधानमंत्री ने संबोधन के दौरान योजना का सीधा जिक्र नहीं किया। इससे पहले, मोदी ने कर्नाटक में 28,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेल और सड़क बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
उल्लेखनीय है कि, देश के कई हिस्सों में लगातार इस योजना के खिलाफ हिंसक विरोध जारी है। वहीं आज (सोमवार) रेलवे द्वारा 500 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इससे पहले, हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और तोड़फोड़ के कारण सार्वजानिक संपत्ति को बड़ा नुकसान हुआ है। बीते रविवार को, तीनों सेनाओं ने रजिस्ट्रेशन का एक व्यापक कार्यक्रम पेश किया ,वहीं सेना द्वारा सोमवार को इस योजना के तहत सैनिकों को शामिल करने के लिए एक अधिसूचना जारी की। इसकी प्रक्रिया जुलाई से शुरू होगी।
चार साल के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती किया जाएगा
बता दें कि, इस योजना के तहत, 17.5 से 21 वर्ष की आयु के बीच के युवा पुरुषों और महिलाओं को चार साल की अवधि के लिए सशस्त्र बलों में भर्ती किया जाएगा। उनमें से अधिकांश इसके अंत में बिना किसी ग्रेच्युटी या पेंशन के सेवानिवृत्त हो जाएंगे। वहीं, सरकार ने इस योजना को वापस लेने से इनकार कर दिया है, हालांकि उसने “अग्निवर” के लिए रोजगार के कई अवसरों की घोषणा की है – जिसमें पुलिस, अर्धसैनिक बल, गृह और रक्षा मंत्रालय शामिल हैं।