प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा में भाषण: कांग्रेस पर लगाए गंभीर आरोप, कहा-उनके ‘Ecosystem’ को अब उसी की भाषा में मिलेगा जवाब
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के तहत हुई चर्चा का उत्तर देते हुए कांग्रेस पर तीखे हमले किए। अपने भाषण में, उन्होंने कांग्रेस पर देश की प्रगति को रोकने और झूठ फैलाने का आरोप लगाया। पीएम मोदी ने कहा, ‘जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है, स्वाभाविक है प्रतिस्पर्धा भी बढ़ रही है और चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। जिन्हें भारत की प्रगति से दिक्कत है, जो भारत की प्रगति को चुनौती के रूप में देखते हैं, वो गलत हथकंडे भी अपना रहे हैं। ये ताकतें भारत की डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी पर हमला कर रही हैं। और ये चिंता सिर्फ मेरी नहीं है, ये चिंता सिर्फ सरकार की नहीं है, देश की जनता और माननीय सुप्रीम कोर्ट तक सबकोई इन बातों से चिंतित है। सुप्रीम कोर्ट ने जो कहा है वो कोट मैं सदन के सामने रखना चाहता हूं।’
उन्होंने आगे कहा कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने अपने जजमेंट में बड़ी गंभीरतापूर्वक से कहा है और मैं कोट करता हूं कि ऐसा लगता है कि महान देश की प्रगति पर संदेह प्रकट करने, उसे कम करने और हर संभव मोर्चे पर उसे कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट आगे कह रही है कि इस तरह के किसी भी प्रयत्न को आरंभ में ही रोक दिया जाना चाहिए। देश की सुप्रीम कोर्ट का ये कोट है। सुप्रीम कोर्ट ने जो भावना व्यक्त की है, इस पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है। भारत में भी कुछ लोग हैं, जो ऐसी ताकतों की मदद कर रहे हैं, देशवासियों को ऐसी ताकतों से सतर्क रहने की जरूरत है।’
पीएम मोदी ने कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम पर निशाना साधते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से यह इकोसिस्टम देश की विकास यात्रा को डिरेल करने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस इकोसिस्टम की हर साजिश का जवाब उसी की भाषा में दिया जाएगा और देशविरोधी साजिशों को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि ‘ये ऐसा कालखंड है जब दुनिया भारत की प्रगति को बहुत गंभीरता से ले रही है। अब चुनाव हो चुके हैं। 140 करोड़ देशवासियों ने पांच साल के लिए अपना निर्णय, जनादेश दे दिया है। आवश्यक है कि विकसित भारत के निर्माण के लिए इस संकल्प को सिद्धि में बदलने के लिए, इस सदन के सभी माननीय सदस्यों का योगदान होना चाहिए। मैं उन सबको निमंत्रित करता हूं कि विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए आप भी जिम्मेवारी के साथ आगे आइए। देशहित के विषय पर हम साथ चलें, मिलकर चलें और देशवासियों की आशा-आकांक्षाओं को पूरा करें।’
प्रधानमंत्री मोदी ने सभी सदस्यों से विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया और कहा कि पॉजिटिव राजनीति की जरूरत है। उन्होंने इंडी गठबंधन से अपील की कि वे गुड गवर्नेंस और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने की प्रतिस्पर्धा करें, जिससे देश और उनके राज्यों का भला हो सके। उन्होंने अपने भाषण के अंत में कहा कि देशहित के विषय पर सभी दलों को मिलकर काम करना चाहिए और देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए साथ चलना चाहिए।