एक गंभीर बीमारी है सोरायसिस, जाने लक्षण, कारण और बचाव
सोरायसिस स्किन से जुड़ी ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसमें कोशिकाएं त्वचा पर तेजी से जमा होने लगती हैं। इससे त्वचा पर मोटी परत बन जाती है, जो लाल रंग के चकत्ते के रूप में नजर आती है। इसके सूखने पर कभी-कभी खुजली महसूस होती है। सोरायसिस दुनिया भर में 125 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करता है। यह न केवल शारीरिक रूप से, बल्कि सामाजिक, मानसिक, भावनात्मक और आर्थिक रूप से भी प्रभावित करता है।
लक्षण-
यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है और इसके लक्षण सभी में अलग-अलग दिखाई देते हैं। लेकिन त्वचा पर लाल रंग के सूखे चकत्ते बनना सबसे आम लक्षण है। इससे त्वचा में अक्सर खुजली महसूस होती है। कई बार क्रैक पड़ने या खुजलाने से उस जगह से खून भी निकलने लगता है। सोरायसिस कुहनियों और घुटनों पर ज्यादा देखने को मिलता है। इस बीमारी में सिर की चमड़ी में भी रूसी जैसी परत जम जाती है और उसमें खुजली होती रहती है
कारण-
इसके कारणों का अभी तक कुछ ज्यादा पता नहीं चला है, लेकिन विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि यह बीमारी इम्यून सिस्टम से जुड़ी है। साधारण शब्दों में कहा जाए तो जो सैल्स हमारे शरीर में बाहरी तत्वों जैसे वायरस, बैक्टीरिया आदि से लड़ते हैं, वे सोरायसिस पीड़ित की त्वचा के अच्छे सैल्स पर भी अटैक कर देते हैं। इससे त्वचा पर मोटी परत बनने लगती है।
उपचार-
समय पर बीमारी की पहचान करके दवाओं से इसे बेहतर तरीके से ठीक किया जा सकता है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाएं तो यह बीमारी पूरे शरीर पर भी फैल सकती है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार पूरी दवा लें और उनके निर्देश पर दवा बंद करें।