पंजाब

आखिरकार पेपरलेस हुई पंजाब विधानसभा, विधायकों की होगी ट्रेनिंग, जानें कब

जालंधर: आने वाले सत्र में पंजाब विधानसभा को डिजिटल करने का कार्य मुकम्मल कर लिया गया है। विधानसभा सत्र में शामिल होने वाले विधायकों और अधिकारियों को इस बारे में आने वाली 21 सितंबर को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगे। पेपरलेस होने से विधानसभा में उपभोग होने वाला प्रतिवर्ष करोड़ रुपए का कागज और अन्य दस्तावेज के खर्च की बड़ी बचत होगी। मीडिया के लिए भी उनकी सीटों पर टैब लगाए गए हैं। डिजिटल के माध्यम से सामग्री पंजाबी भाषा में होगी और इंग्लिश में भी उपलब्ध होगी।

पंजाब विधानसभा को पेपरलेस करने का सिलसिला वर्ष 2017 से पूर्व की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के समय से चला था, लेकिन बीच-बीच में रुकावटें आती रही। गौरतलब है कि केंद्र सरकार की योजना के तहत देशभर में सभी विधानसभाओं को नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन के जरिये पेपरलेस बनाया जाना है। इसके तहत संबंधित विधानसभाओं को डिजीटल उपकरण व अन्य सामग्री केंद्रीय एजेंसियों द्वारा ही उपलब्ध कराई जानी हैं। अतीत में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एलान किया था कि पंजाब विधानसभा का दूसरा बजट सत्र पूरी तरह पेपरलेस होगा। इससे सरकारी खजाने के करीब 21 लाख रुपये की बचत होगी और 34 टन कागज बचेगा जिसके लिए 834 पेड़ों की कटाई होती है। लेकिन टेंडर न लेने के चलते इसमें देरी हो गई।

पंजाब विधानसभा में 152 टच स्क्रीन टैब, 164 कंप्यूटर, 24 लैपटॉप, बड़े आकार के 10 एलईडी टीवी सेट, सदस्यों को दिए जाने के लिए 119 टैबलेट की जरूरत दिखाई गई थी। विधानसभा पेपरलेस हो जाने पर इसके प्रत्येक सदस्य के पास एक मल्टीपर्पज टचस्क्रीन पैनल होता, जिस पर विधानसभा से संबंधित सारी जानकारी उपलब्ध रहती। सदस्यों को इस पैनल में ही सवाल, जवाब, बजट, भाषण आदि भी मिलते और सदस्य किसी भी मामले में ई-वोटिंग प्रक्रिया में हिस्सा ले पाते। यह प्रोजेक्ट सदस्यों को वीडियो कांफ्रेंसिंग की सुविधा भी देता और जानकारी को सार्वजनिक पोर्टलों के जरिये आम लोगों तक पहुंचाने में आसानी होती। इसके साथ ही मीडिया गैलरी में भी लैपटॉप फिट किये जाने है। अभी मीडिया गैलरी के स्थाई सदस्यों की सीटों पर टैब लगाए है। फिलहाल दो दो सीट के लिए एक टैब उपलब्ध है।

विधानसभा सचिव राम लोक ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विधायकों को कंप्यूटर, टैब, पेनड्राइव संभालने के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ये ट्रेनिंग आने वाली 21 सितंबर को दी जानी है। पंजाब विधान सभा के स्पीकर स्पीकर कुलतार सिंह संधवा के मुताबिक, विधान सभा में लगाए गए टैब पर मातृ भाषा पंजाबी में सामग्री उपलब्ध रहेगी और इंग्लिश में भी मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि विधान सभा विकास और अन्य मामलों की बहस के लिए है, जबकि बिलों, प्रस्तावों को सदस्य घर में पढ़कर तैयारी कर सकेंगे। इसके लिए उन्हें आई डी और पासवर्ड दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि 90 फीसदी विधायक डिजिटल प्रक्रिया से वाकिफ है, जबकि ट्रेनिंग सभी को दी जाएगी।

Related Articles

Back to top button