नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व MLA अवतार सिंह कालका ने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल पर पंजाब विरोधी (Anti Punjabi) होने का इल्जाम लगाया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल पर पंजाब के लोग भरोसा नहीं कर सकते. पूर्व MLA ने लोगों से पंजाब में संयुक्त समाज मोर्चा (SKM) का समर्थन करने का अनुरोध किया.
उन्होंने इस अवसर पर SKM नेताओं को समर्थन पत्र भी सौंपा. गुरुवार को यहां प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए, कालका ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार के सत्ता में आने से पहले दिल्ली के स्कूलों में 1400 पंजाबी टीचर थे. मगर अब, सिर्फ 450 हैं, उन्होंने कहा कि, 2016 में पंजाबी को एक अतिरिक्त विषय बनाया गया था. 2017 में, सीएम केजरीवाल ने वादा किया था कि 800 पंजाबी टीचर्स की भर्ती की जाएगी, मगर सिर्फ 40 शिक्षकों की भर्ती की गई थी.
बता दें पूर्व MLA अवतार सिंह ने AAP पर ये आरोप ऐसे समय में लगाया है, जब केजरीवाल पंजाब चुनाव में अपना दिल्ली मॉडल पेश कर रहे हैं. कालका ने आगे कहा की, 2017 में, केजरीवाल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में एक पंजाबी कुर्सी स्थापित करने का वादा किया, लेकिन इसके लिए एक पैसा भी नहीं दिया. अवतार सिंह ने कहा कि केजरीवाल ने शुरू में खुद को सियासी फायदे के लिए नवंबर 1984 के नरसंहार के पीड़ितों के साथ खड़ा होने के लिए संभावना जताई थी, मगर अब उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एच एस हंसपाल को शामिल कर लिया है. एच एस हंसपाल कभी कांग्रेस के पूर्व सांसद सज्जन कुमार के पक्ष में गवाहों को प्रबंधित करने की कोशिश के आरोपों का सामना कर रहे थे.