पंजाब सरकार ने बिना परीक्षा के घोषित किए 12वीं के नतीजे
- लड़कियों व ग्रामीण विद्यार्थियों ने बाजी मारी
- लगातार कम हो रहे 12वीं के विद्यार्थी
चंडीगढ़ (एजेंसी): पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 12वीं कक्षाओं के नतीजे घोषित कर दिए। यह पहला मौका है जब राज्य में कोरोना के कारण परीक्षाओं का आयोजन नहीं हो सका था और औसत के आधार पर परिणाम घोषित किए गए हैं, जिसके चलते प्रदेश का ओवर ऑल परीक्षा परिणाम 90.98 प्रतिशत रहा है। बोर्ड में यह लगातार तीसरा मौका है जब 12वीं कक्षा में परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या लगातार कम हो रही है और परीक्षा परिणाम में सुधार हो रहा है।
बोर्ड से जारी परीक्षा परिणाम के अनुसार इस साल कुल 2,86,378 विद्यार्थियों ने जमा दो के लिए पंजीकरण करवाया था। जिसमें से दो लाख 67 हजार 545 विद्यार्थी पास हुए हैं। पिछले साल दो लाख 69 हजार 228 बच्चे जमा दो की परीक्षा में बैठे थे, जिनमें से दो लाख 32 हजार 639 पास थे। पिछले साल का परीक्षा परिणाम 86.41 प्रतिशत था। वर्ष 2018 में तीन लाख 417 बच्चों ने परीक्षा में भाग लिया था। जिनमें से एक लाख 98 हजार 1999 विद्यार्थी पास हुए थे।
वर्ष 2018 में परीक्षा परिणाम 65.97 था। पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल परीक्षा परिणाम पांच प्रतिशत अधिक रहा है। बोर्ड के अनुसार रेगुलर परीक्षा में शहरी क्षेत्र की 55917 लड़कियों ने भाग लिया। इनमें से 52 हजार 841 पास हुई। नियमित परीक्षाओंं में लड़कियों की पास प्रतिशत 94.50 रहा। इसी तरह शहरी क्षेत्र में 59073 लड़कों ने परीक्षा में भाग लिया, जिनमें से 52 हजार 908 पास हुए। लड़कों का पास प्रतिशत 89.56 रहा है।ग्रामीण क्षेत्र में 67 हजार 273 लड़कियों ने परीक्षा में भाग लिया। जिनमें से 63 हजार 984 पास हुई हैं। ग्रामीण लड़कियों का कुल पास प्रतिशत 95.11 रहा है।
ग्रामीण अंचल में कुल 83 हजार 180 लड़कों ने परीक्षा में पंजीकरण करवाया था, जिनमें से 76 हजार 522 पास हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लड़कों का पास प्रतिशत 92 फीसद रहा है। बोर्ड के अनुसार इस बार कामर्स संकाय का परीक्षा परिणाम 91.05 प्रतिशत, आर्टस संकाय का परीक्षा परिणाम 92.87 प्रतिशत और साइंस संकाय का परीक्षा परिणाम 94.82 प्रतिशत रहा है। इसके अलावा वोकेशनल का परीक्षा परिणाम 88.81 प्रतिशत रहा है।