पंजाब

यूक्रेन में फंसे करीब 500 पंजाबी छात्रों की शिनाख्त, पंजाब सरकार ने केंद्र को भेजी सूची

चंडीगढ़. पंजाब सरकार Punjab government ने वर्तमान में रूसी हमले के बीच यूक्रेन (Ukraine amid Russian attack) में फंसे हुए राज्य के लगभग 500 छात्रों का विवरण एकत्र किया है. इन फंसे हुए छात्रों के परिवारों द्वारा राज्य के प्रत्येक जिले के हेल्पलाइन नंबरों पर जिला प्रशासनिक अधिकारियों (administrative officers) से संपर्क किया गया है, जिसके बाद छात्रों का डाटा संकलित किया गया है. विभिन्न जिलों से एकत्र किए गए विवरण से पता चला है कि यूक्रेन में फंसे छात्रों में 47 छात्र जालंधर जिले के हैं.

अधिकारी यूक्रेन में पासपोर्ट विवरण व वर्तमान पता और संपर्कों का संकलन कर रहे हैं, ताकि उनकी सुरक्षित स्वदेश वापसी में तेजी लाने के लिए वही विवरण केंद्र सरकार को दिया जा सके. अमृतसर में अब तक 45 छात्रों का विवरण एकत्र किया गया है, इसके बाद गुरदासपुर से 42, पटियाला से 36, लुधियाना से 34, तरनतारन से 30, होशियारपुर से 28, बरनाला से 23 और नवांशहर, कपूरथला और मुक्तसर साहिब जिलों से से 22-22 छात्र हैं. इसके अलावा सूची में 21 छात्र बठिंडा, 19 पठानकोट, 18 रूपनगर, 17 मनसा, 12 फरीदकोट, 10-10 फिरोजपुर और मोहाली के छात्र हैं. मोगा के 9 छात्र यूक्रेन में फंसे हैं, जबकि 8 मलेरकोटला के, 6 फतेहगढ़ साहिब के, 5 फाजिल्का के और 4 संगरूर के हैं.

उपायुक्त नवांशहर विशेष सारंगल ने कहा कि उनके जिले से यूक्रेन में फंसे हुए कुल 22 छात्रों में से 17 नवांशहर से, 3 बलाचौर से और एक बंगा से है. उन्होंने कहा कि 22 फंसे निवासी वास्तव में चंडीगढ़ के हैं, लेकिन उसके पिता नवांशहर में काम करते हैं. सारंगल ने कहा कि उनमें से चार वर्क परमिट पर हैं, तीन विजिटर हैं और बाकी स्टडी वीजा पर हैं. डीसी ने कहा कि हमने सुरक्षित निकासी के लिए राज्य सरकार के माध्यम से फंसे हुए निवासियों का विवरण विदेश मंत्रालय के साथ साझा किया है. जिला अधिकारियों ने खुलासा किया कि माता-पिता के साथ-साथ यूक्रेन में फंसे छात्रों के हेल्पलाइन नंबरों पर नियमित रूप से कॉल आ रहे थे.

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