चंडीगढ़ : ड्रग्स और नशाखोरी की आदत को लेकर बदनाम पंजाब में आप सरकार के आने के बाद ड्रग तस्करी गैंग में शामिल शातिरों पर लगातार शिकंजा कसा जा रहा है। पुलिस की सख्ती बढ़ने के बाद अब ड्रग तस्करी गिरोह में शामिल शातिर बदमाश तस्करी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। इस बात का खुलासा तब हुआ जब पंजाब पुलिस ने एंबुलेंस से ड्रग की तस्करी करने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया।
दरअसल पंजाब पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने एक तकिए में छिपाकर रखी गई आठ किलो अफीम बरामद की। तकिए का इस्तेमाल एक नकली मरीज एम्बुलेंस में कर रहा था। दप्पर गांव के पास अंबाला-चंडीगढ़ हाईवे से गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रामपुर के रवि श्रीवास्तव (28), वर्तमान में चंडीगढ़ के रहने वाले, एसएएस नगर के हरिंदर शर्मा (47) और चंडीगढ़ के अंकुश (27) के रूप में हुई है।
ड्रग तस्करी के लिए ही खरीदी थी सेकेंड हैंड एंबुलेंस-
रोपड़ रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि अंतर-राज्यीय मॉड्यूल के भंडाफोड़ ने आपातकालीन सेवाओं के दुरुपयोग के बारे में गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह बात सामने आई है कि कैसे आरोपी ने सेकेंड हैंड एंबुलेंस खरीदी और उसे ड्रग्स की तस्करी के लिए इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
बरेली से एंबुलेंस में अफीम भरकर लाते थे पंजाब-
डीआईजी ने बताया कि ये लोग कम से कम 10-12वीं बार है, जब आरोपियों ने बरेली से अफीम की तस्करी के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल किया है। डीआईजी भुल्लर के अनुसार रेंज के तीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को अपने जिलों के सभी अस्पतालों और गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने और उन्हें सौंपी गई एम्बुलेंस की सूची प्राप्त करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस वास्तविक रोगियों को सुरक्षित मार्ग प्रदान कर सके।