राष्ट्रीय

पुतिन, शी जिनपिंग, पीएम मोदी और शहबाज शरीफ एक फ्रेम में आए नजर, भारत-चीन के बीच इन मुद्दों पर बनी सहमति

नई दिल्ली: चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान एक आकर्षक नजारा देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और अन्य नेता एक मंच पर नजर आए। तियानजिन में आधिकारिक स्वागत समारोह के दौरान ये नेता एक फोटो फ्रेम में खड़े नजर आए। अब यह तस्वीर दुनिया भर में तेजी से वायरल हो रही है और राजनीतिक विश्लेषक इसे मायने तलाशने में जुट गए हैं। कहा जा रहा है कि इस एक तस्वीर ने अमेरिका समेत दूसरे शक्तिशाली देशों को मजबूत संदेश देने का काम किया है।

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि बैठक में दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि भारत और चीन अपने-अपने घरेलू विकास पर केंद्रित हैं और इस प्रक्रिया में उन्हें प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि साझेदार बनना चाहिए। उन्होंने साझा सहमति जताई कि मतभेदों को विवाद में नहीं बदलना चाहिए और स्थिर तथा मित्रतापूर्ण संबंध दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के लिए लाभकारी होंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सहयोग मज़बूत करने के लिए चार सुझाव दिए। जिन पर प्रधानमंत्री मोदी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि सीमा क्षेत्रों में शांति और स्थिरता द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति के लिए जरूरी है। दोनों नेताओं ने आपसी विकास, व्यापार संतुलन, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और लोगों के बीच संपर्क बढ़ाने जैसे मुद्दों पर चर्चा की। साथ ही इस बात पर भी सहमति जताई कि भारत और चीन को मिलकर बहुध्रुवीय एशिया के निर्माण की दिशा में काम करना चाहिए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान विक्रम मिसरी ने कहा कि पीएम मोदी और जिनपिंग की बैठक में वैश्विक मुद्दों पर भी विचार-विमर्श हुआ, दोनों नेताओं ने बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने और विश्व व्यापार को स्थिर करने में भारत और चीन की बड़ी भूमिका को मान्यता दी। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 2026 में भारत में होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित भी किया। इसके अलावा दोनों नेताओं ने सीमा विवाद का आपसी स्वीकार्य समाधान निकालने की आवश्यकता पर जोर दिया।

Related Articles

Back to top button