चमोली : जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में सोमवार को सड़क सुरक्षा समिति की त्रैमासिक बैठक हुई। जिसमें सुरक्षित यातायात एवं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित करने और लोगों को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया गया। जनपद के अन्तर्गत तहसील चमोली क्षेत्र में विगत कुछ महीनों में अधिक वाहन दुर्घटनाओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने सड़क सुरक्षा को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि वीडियो वैन के माध्यम से भी लोगों को रोड़ सेफ्टी के बारे में जागरूक किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटना स्थलों का संयुक्त निरीक्षण करते हुए दुर्घटनाओं के कारणों का विशलेषण करें और उसके अनुसार सुरक्षात्मक उपाय सुनिश्चित किए जाए। राष्ट्रीय राजमार्ग सहित सभी संपर्क मार्गो पर चिन्हित दुर्घटना संभावित स्थानों में पैराफीट, क्रैशबैरियर, डेलमिनेटर, चेतावनी साइनबोर्ड लगाने तथा सडकों के गढढों को ठीक करने के निर्देश सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को दिए। उन्होंने एसडीएम, पुलिस और परिवहन विभाग को संयुक्त चैकिंग अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। जिलाधिकारी ने कहा कि गुड समेरिटन स्कीम के बारे में सोशल मीडिया के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार करें। ताकि सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की मदद हेतु लोग आगे आ सके। ऐसे गुड समेरिटन लोगों को चिन्हित करते हुए पुरस्कृत किया जाए। ठंड एवं शीत लहर के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। गरीब एवं निराश्रित लोगों को कंबल वितरित किए जाए। मलारी, औली, मंडल आदि बर्फवारी वाले क्षेत्रों में सड़कों को सुचारू रखने हेतु पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित रखे।
सहायक सभागीय परिवहन अधिकारी आल्विन रॉक्सी ने अवगत कराया कि सड़क हादसों में कमी लाने के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा इंटीग्रेटड रोड एक्सीडेंट डेटाबेस प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। जिसमें पुलिस, परिवहन, स्वास्थ्य एवं सार्वजनिक निर्माण से जुड़े विभाग बेहतर तालमेल के साथ दुर्घटनाओं को कम करने के लिए मिलकर काम करेंगे। उन्होंने बताया कि वाहन दुर्घटना होने पर घायल व्यक्ति को त्वरित उपचार दिया जाना अत्यंत आवश्यक होता है और दुर्घटना के बाद पहला घंटा घायल व्यक्ति के लिए गोल्डन आवर होता है। दुर्घटना में गम्भीर घायल व्यक्ति को त्वरित उपचार दिलाने में मदद पहुंचाने वाले लोगों को पुरस्कृत करने हेतु गुड समेरिटन स्कीम संचालित है। जिसके तहत घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुचाने वाले व्यक्ति को 5 हजार नकद पुरस्कार दिया जाता है और राष्ट्रीय स्तर चिन्हित होने पर ऐसे व्यक्तियों को एक लाख तक का पुरस्कार दिए जाने का प्राविधान किया गया है। इस दौरान उन्होंने बताया कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर इस वर्ष परिवहन कार्यालय के द्वारा 1702 वाहनों के चालान और 63 वाहन सीज किए गए। इसके अलावा वाहन दुर्घटनाओं की 14 मजिस्ट्रेटी जांच में से 8 जांच पूरी हो कर ली गई है। बैठक में अपर जिलाधिकारी हेमंत कुमार वर्मा, सीओ पुलिस धन सिंह तोमर, सीएमओ डा. एसपी कुडियाल, आरटीओ ऑल्विन रॉक्सी सहित सभी एसडीएम लोनिवि, बीआरओ, पुलिस एवं अन्य सड़क निर्माणदायी विभागों के अधिकारी वर्चुअल माध्यम से मौजूद थे।